उत्तराखंड में लगातार बारिश से सदी पुराना रिकाॅर्ड टूटा, लौटी फरवरी की ठंड
हल्द्वानी: अरब सागर में उठे टाक्टे तूूफान ने मौसम का मिजाज बिगड़ा दिया है। समूचे उत्तराखंड में लगातार दो दिन से बारिश हो रही है। बारिश भी ऐसी जिसने 105 साल पुराना रिकाॅर्ड तोड़ दिया। नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर में गुरुवार को 85 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 10 मई, 1916 को एक दिन में 71.4 मिमी बारिश हुई थी। पंतनगर में 44 मिमी बारिश हुई है। पिछले दस वर्षों में 30 मई, 2011 को पंतनगर में एक दिन में सर्वाधिक 37.8 मिमी वर्षा हुई थी। बेमौसम बारिश से नदियों का जलस्तर भी अप्रत्याक्षित रूप से बढ़ गया।
पांच दिन में तीन माह का कोटा पूरा
बुधवार, गुरुवार के अलावा मई पहले व दूसरे सप्ताह तीन दिन बारिश हुई। मार्च व अप्रैल में कुमाऊं में सामान्य से 50 से 60 फीसद कम बारिश हुई थी। मई की पांच दिन की बरसात ने प्री मानसून (मार्च से मई) बारिश का कोटा पूरा कर दिया। प्री मानसून में एक मार्च से 20 मई के दौरान यूएसनगर में 44 मिमी के सापेक्ष 97.8 मिमी, नैनीताल में 111.4 के सापेक्ष 175.1, चम्पावत में 88.9 के सापेक्ष 110.7, पिथौरागढ़ में 189 के सापेक्ष 207, बागेश्वर में 109.6 के सापेक्ष 209.3 व अल्मोड़ा में 109.6 मिमी के सापेक्ष 152.9 मिमी बारिश हो चुकी है।
24 घंटे में बारिश (मिमी)
नैनीताल 54.8
यूएसनगर 35.8
चम्पावत 35.3
पिथौरागढ़ 32.2
अल्मोड़ा 43.0
बागेश्वर 48.6
(नोटः आंकड़े जिलों की औसत बारिश पर आधारित। स्रोतः आइएमडी)
मई में फरवरी जैसी ठंड
गुरुवार को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री व न्यूनतम 20.1 डिग्री रहा। सामान्य की अपेक्षा अधिकतम पारा 13 डिग्री व न्यूनतम दो डिग्री कम है। हल्द्वानी में फरवरी का अधिकतम औसत तापमान 23.5 डिग्री रहता है। ऐसे में मई की ठंड ने फरवरी की याद दिला दी है। वहीं, गुरुवार को मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 14 डिग्री व न्यूनतम 9.8 डिग्री रहा। सामान्य की अपेक्षा दोनों क्रमशः 10 व तीन डिग्री कम हैं। रोहित थपलियाल, मौसम विज्ञानी राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि शुक्रवार से बारिश में कमी आएगी। कुमाऊं मंडल के पर्वतीय हिस्सों में कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। तापमान में थोड़ी सुधार आने लगेगा।