तार से तांबा निकालने के लिए जंगलों में जला रहे थे, फैक्ट्री से लाते थे रिजेक्टेड माल
बागपत: आरोपियों के पास से डेढ़ क्विंटल तार बरामद हुआ है।बागपत में वातावरण को प्रदूषित करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह लोग जंगल में तार जलाकर उसमें से तांबा निकालने का काम करते थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जंगल में छापा मारा। जहां से भारी मात्रा में तार भी बरामद हुआ है।फैक्ट्रियों से लाते थे रिजेक्टेड तारथाना चांदीनगर पुलिस को पिछले कई दिनों से सुचना मिल रही थी कि कुछ लोग तांबा निकालने के लिए तार को जंगलों में बड़े पैमाने पर जला रहे हैं। जिससे वायु प्रदूषण भी हो रहा है। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि यह लोग दिल्ली, लोनी, नोएडा व गाजियाबाद की फैक्ट्री से रिजेक्टेड तार लाते थे। जिसे दिल्ली बॉर्डर क्षेत्र में बागपत जनपद के जंगलो में जलाकर उनके अंदर से तांबा निकालते है।अमरोहा के है दोनों आरोपीपुलिस ने वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए आज छापेमारी की। पुलिस ने अमरोहा जनपद के रहने वाले दो अभियुक्तों शीशपाल और लक्ष्मण को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त शीशराम पुत्र हरकेश निवासी जनपद अमरोहा और लक्ष्मण पुत्र वेद राम निवासी अमरोहा का रहने वाला है। पुलिस ने मौके से डेढ़ क्विंटल रिजेक्टेड तार, 6 डिब्बा खाली केन, 6 कट्टा बर्फ, मिट्टी व 120 लीटर गंधक युक्त केमिकल बरामद किया है।बागपत प्रदूषण में तीसरे नंबर परदिल्ली की संस्था सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट यानी CSE ने 2022 की गर्मी में शहरों में प्रदूषण के स्तर पर सर्वे किया है। उत्तर भारत में दिल्ली-NCR सबसे प्रदूषित उप-क्षेत्र पाया गया। दिल्ली-NCR के शहरों में गर्मियों में पीएम 2.5 का औसत बहुत अधिक दर्ज किया गया। शोधकर्ता अविकल के अनुसार रिसर्च में छोटे शहरों में पॉल्यूशलन लेवल हाई मिला। मुजफ्फरनगर पूरे यूपी में सबसे दूषित शहर निकला। यूपी में प्रदूषण के मामले में दूसरे नंबर पर गाजियाबाद है। तीसरे नंबर पर हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत हैं। जिनकी हवा में प्रदूषण का स्तर हाई है।