गणपति बप्पा मोरया…अगले बरस तू जल्दी आ के जयघोष से दी बप्पा को विदाई
दस दिनी गणेशोत्सव का समापन, पूजा-आराधना के बाद दी बप्पा को विदाई, चल समारोह निकले
भोपाल । दस दिनी गणेशोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी पर गणपति बप्पा मोरया…अगले बरस तू जल्दी आ के जयघोष के साथ घर, गली, चौराहों पर गणेश पंडालों में विराजित गणपति बप्पा की पूजा अर्चना कर विदाई दी गई। पर्यावरण संरक्षण के लिए इस बार अनेक घरों में बड़े बर्तन में मूर्ति को विसर्जित किया गया। इसके साथ ही पंडालों से मूर्तियों को निगम के मूर्ति एकत्रीकरण स्थल पर ले जाया जाएगा। इससे पहले गुरुवार रात हर्षोल्लास से भगवान की आरती कर भोग लगाया गया। अनंत चतुर्दशी पर गणपति बप्पा मोरया…अगले बरस तू जल्दी आ के जयघोष के साथ घर, गली, चौराहों पर गणेश पंडालों में विराजित गणपति बप्पा की पूजा अर्चना कर विदाई दी गई। नगर निगम ने शहर के 15 स्थानों पर स्टॉल लगाए हैं। जहां श्रद्धालु बप्पा की मूर्तियां रख रहे हैं। जिन्हें निगम घाटों पर सामूहिक रूप से विसर्जन करेगा। घाटों पर हादसा न हो, इसलिए पानी में उतरने की रोक है। क्रेन की मदद से बड़ी मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है, जबकि छोटी मूर्तियों के लिए घाटों पर कुंड बनाए गए हैं। गणेश विसर्जन के चलते शहर में ट्रैफिक व्यवस्था भी बदली हुई है। डोल ग्यारस (एकादशी) 6 सितंबर से ही घाटों पर अमला तैनात हो गया, जो विसर्जन समाप्त होने तक रहेगा। लोग विसर्जन जुलूस या चल समारोह निकालकर घाटों पर पहुंच रहे हैं। चूंकि, शहर में करीब एक हजार छोटे-बड़े स्थानों पर पंडालों में गणेशजी विराजित किए गए हैं। ऐसे में घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था बड़ी चुनौती है। जिसकी तैयारियां जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम ने पहले से कर ली। कंट्रोल रूम से सभी घाटों पर नजर रखी जा रही है।
इन घाटों पर कड़ी सुरक्षाखटलापुरा, प्रेमपुरा, संत हिरदाराम नगर बैरागढ़, हथाईखेड़ा डैम, शाहपुरा एवं आर्च ब्रिज के घाट पर कड़ी सुरक्षा है। निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी ने नोडल अधिकारियों की तैनाती की है। पुलिस कंट्रोल रूम से भी यहां पर नजर रखी जा रही है। निगम ने जिन स्थानों पर स्टॉल बनाए हैं, वहां टेंट, टेबल-कुर्सी व विसर्जन पात्र की व्यवस्था है। श्री गणेश की प्रतिमाओं के ससम्मान विसर्जन के लिए पर्याप्त संख्या में वाहनों की भी विशेष तौर पर व्यवस्था की गई है। विसर्जन घाटों पर भी टेंट, माइक सिस्टम, टेबिल-कुर्सियों के साथ कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। प्रेमपुरा विसर्जन घाट पर 3 टेलीस्कोपिंग/रिवालविंग क्रेन की व्यवस्था है, जबकि रानी कमलापति, संत हिरदाराम नगर घाट, हथाईखेड़ा में दो-दो, खटलापुरा, मालीखेड़ी और ईंटखेड़ी विसर्जन घाट पर एक-एक क्रेन की व्यवस्था है। लाइफ जैकेट, ट्यूब, रस्सी, काटा, एमरजेंसी लाइट, फॉयर फाइटर, रेस्क्यू वाहन और तैराक भी मौजूद है।
दो साल बाद कोई रोक नहींकोरोना संक्रमण के चलते वर्ष 2020 और 2021 में अनंत चतुर्दशी के जुलूस नहीं निकले थे। सार्वजनिक रूप से नदी और तालाबों में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर भी रोक लगी हुई थी। चूंकि, इस बार संक्रमण कम है और कोई रोक-टोक भी नहीं है। इसलिए बड़े स्तर पर जुलूस निकालने की तैयारियां की जा रही है। पुराने शहर के नादरा बस स्टैंड से जुलूस निकालने की श्री हिंदू उत्सव समिति तैयारी कर रही है। इसके अलावा भी अनेक स्थानों से विसर्जन जुलूस निकलेंगे।