राज्य सरकार ने एक दिन पहले 30 पैसे बढ़ाई बिजली की दर तो भाजपा और कांग्रेस के बीच में छिड़ गई सियासत की जंग
रायपुर: छत्तीसगढ़ में बिजली बिल में हुई 30 पैसे की बढ़ोतरी को लेकर भाजपा राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है।छत्तीसगढ़ में बिजली बिल में हुई 30 पैसे की बढ़ोतरी को लेकर भाजपा राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कहा कि बिजली बिल हाफ करने का झांसा देकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार लगातार जनता की जेब साफ कर रही है। वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि मोदी सरकार की अकर्मण्यता तथा अडानी प्रेम के कारण बिजली दर में बढ़ोतरी हुई है।900 के बिल वालों को 120 रुपए ज्यादा: रमनपूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली कंपनी को लूटमार कंपनी बना दिया गया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बिजली मीटर रीडिंग और बिल बांटने का ठेका देने वाली सरकार जनता को बिजली के झटके महसूस करा रही है। रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार अभी 4 साल पूरे नहीं कर पाई है लेकिन बिजली के दर 4 बार बढ़ाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बिजली के दाम 13 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा दिए गए हैं जिससे 900 रुपये का बिल भरने वाले लोगों को 120 रुपये ज्यादा देने होंगे। रमन ने कहा कि कुछ माह पहले ही भूपेश सरकार ने बिजली के दाम 10 से 15 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाये थे और अब 30 पैसे बढ़ाकर आम जनता की कमर तोड़ रही है।केन्द्र ने शर्त थोपी इसलिए महंगा: शुक्लाकांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि केन्द्र सरकार ने देश के सभी विद्युत कंपनी को विदेशों से आने वाला 10 फीसदी कोयला उपयोग करने का फरमान जारी किया है जिसकी कीमत राज्य की कोयले से लगभग 4 से 6 गुना ज्यादा है। छत्तीसगढ़ में विद्युत कंपनी के साथ देश भर में बिजली उत्पादन लागत बढ़ गयी। इससे बिजली के दामों में 30 पैसे की मामूली बढ़ोत्तरी करनी पड़ी। इसमें भी उपभोक्ता के ऊपर मात्र 15 पैसे का ही भार आयेगा शेष 15 पैसे राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि यह बढ़ोत्तरी मोदी सरकार की अकर्मण्यता तथा मोदी के अडानी प्रेम के कारण हुई है। जिसका खामियाजा देश भर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।