प्रो.घोष ने कहा- अंग्रेजी पर निर्भरता से हमारी शिक्षा, कुशलता कमजोर हो रही, हिंदी का प्रयोग बढ़ाएं
दुर्ग: डीएवी स्कूल के बच्चों ने हिंदी दिवस पर नाटक के जरिए संदेश दिया।हिंदी दिवस पर ट्विनसिटी के शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों का हिंदी भाषा की महत्ता के साथ-साथ उसका इतिहास बताया गया। सीएसवीटीयू में हुए समारोह में मुख्य वक्ता प्रो. पीके घोष ने हिन्दी भाषा के माध्यम से शिक्षा व रोजगार के संसाधनों में सुधार का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि हमारी सामाजिक और व्यवहारिक जीवन पूर्णतः हिन्दी भाषा पर आधारित है।हिन्दी भाषा में संवाद के लिए स्पष्ट व असीमित दायरा है। उन्होंने बताया कि पूरे विश्व के 200 देशों में सिर्फ 14 देश में ही अंग्रेजी हावी है, ये वही देश है जो कभी ब्रिटिश साम्राज्य के गुलाम थे। आज परिस्थिति ऐसी है कि भारतीय न पूरी तरह हिन्दी भाषी है न पूरी तरह अंग्रेजी भाषी। इस वजह से हम सभी हिंग्लिश भाषी हो गए हैं। इससे हमारी शिक्षा, रचनात्मक दक्षता और कुशलता प्रभावित हो रही है। डॉ. आशीष पटेल सहित वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। स्कूल, कॉलेजों में आयोजन हुए।मुहावरों व लोकोक्तियों का विद्यार्थियों ने अभिनय के माध्यम से दिया जवाबस्वामी स्वरूपानंद सरस्वती कॉलेज हुडको में हिंदी विभाग और एसबीआई के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे हिंदी सप्ताह में बुधवार को मुहावरे व लोकोक्तियां पर आधारित डम्बशराज प्रतियोगिता कराई गई। इसमें विद्यार्थियों ने मुहावरों के जवाब अभिनय के माध्यम से दिए। प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्लाविभागाध्यक्ष डॉ. सुनीता वर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने आयोजन के उद्देश्य को बताया।नुक्कड़ नाटक से छात्रों ने हिंदी की महत्ता बताई सामाजिक मुद्दे भी उठाएसेक्टर-2 डीएवी पब्लिक स्कूल में हिंदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम कराए गए। हेडमिस्ट्रेस प्रियंका शुक्ला ने कहा कि उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए। मौके पर अनिका सिंह ने कविता की प्रस्तुत की। मदीहा नाज ने भाषण दिया। कक्षा आठवीं के छात्रों ने नाटक ‘बहू की विदाई’ की प्रस्तुति दी। इसमें दहेज प्रथा पर ध्यान आकृष्ट किया गया।कामधेनु विवि में पशुधन पत्रिका के प्रकाशन का निर्णयहिंदी दिवस पर दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विवि प्रबंधन ने फैसला लिया कि विश्वविद्यालय द्वारा एक विस्तार पत्रिका का प्रकाशन किया जाएगा, जिसमें पशुओं की विभिन्न बीमारियों, उनके उपचार, रोकथाम तथा पशुपालन के विभिन्न आयामों पर ज्ञानवर्धक सामग्रियों का प्रकाशन किया जाएगा। यह पत्रिका प्रत्येक 6 माह के अंतराल में प्रकाशित की जाएगी। जिसका नाम “हमर पशुधन” रखा गया है।सेंट थॉमस कॉलेज में हुई संगोष्ठी में हिंदी पर जोरहिंदी दिवस पर सेंट थॉमस कॉलेज में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका नेतृत्व प्राध्यापक संतोष यादव ने किया। प्राचार्य डॉ. एमजी रोईमोन ने हिंदी दिवस पर कविता की प्रस्तुत की। डॉ. देबजानी मुखर्जी, डॉ. टिकेश्वर जंघेल, बरनाली राय उपस्थित थे।लेखन व निबंध स्पर्धा में छात्रों ने दिखाई प्रतिभापाटन ब्लॉक के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बटंग में हिंदी दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें हिंदी में निबंध व कहानी लेखन और वाचन प्रतियोगिता कराई गई। प्रधान पाठक पंकज चंद्राकर, शिक्षक लोमन साहू, भुवनेश्वरी उपस्थित थे।अहिवारा कॉलेज में विद्यार्थियों ने प्रस्तुत की कवितानंदिनी अहिवारा|नागरिक कल्याण कॉलेज अहिवारा में हिंदी दिवस पर छात्र-छात्राओं ने कविता पाठ, भाषण और निबंध लेखन किया। कार्यक्रम में सहा प्राध्यापक चंद्रिका शर्मा ने हिंदी भाषा को संजोए रखने के लिए इसके प्रचार, प्रसार को बढ़ाने की बात कही। प्रभारी प्राचार्य एसके चतुर्वेदी, पीएल वर्मा, रश्मि भेलवा, डॉ. आरएन टंडन, बलराज ताम्रकार आदि उपस्थित थे।