साधारण मारपीट में दर्ज हुआ था केस, अस्पताल के बाहर शव रख किया विरोध प्रदर्शन
झांसी: झांसी में हमले में घायल पंकज की मौत के बाद परिजनों से बातचीत करते सीओ सिटी राजेश राय।झांसी में कातिलाना हमले में घायल हुए युवक ने बुधवार सुबह निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने साधारण मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस की कार्यप्रणाली तथा युवक की मौत से आक्रोशित होकर परिजनों ने अस्पताल के बाहर सड़क पर लाश रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी तथा भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया।10 दिन पहले हुआ था हमलापंकज परिहार की मौत होने के बाद विलाप करते परिजन।यह पूरा मामला महानगर के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के गांव करारी का है। गांव के लल्लू परिहार ने बताया कि उसके बेटे पंकज परिहार की गांव के ही कुछ दबंग युवकों से पुरानी रंजिश चली आ रही है। 11 सितंबर को जब पंकज गांव की ओर लौट रहा था, तभी रास्ते में भोला गुर्जर और कल्लू गुर्जर ने उसे घेर लिया।इसके बाद लाठी, सरियों तथा डंडों से प्राणघातक हमला कर दिया। हमलावरों से बचने के लिए पंकज पंचायत भवन की ओर भागा, लेकिन हमलावरों ने उसे स्कूल के पास फिर घेर लिया और सिर में एक के बाद एक कई वार कर दिए, जिससे वह मरणासन्न होकर वहीं गिर पड़ा। उसे मृत समझकर दबंग मौके से भाग निकले।पुलिस की कार्यशैली से खफा है परिजनहमले में घायल पंकज को उपचार के लिए महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के निकट एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस ने साधारण मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इधर, उपचार के दौरान आज सुबह पंकज ने दम तोड़ दिया।पंकज की मौत से परिजन आक्रोशित हो उठे और उन्होंने लाश को अस्पताल से बाहर निकाल कर सड़क पर रख दिया। पुलिस की कार्यशैली को लेकर परिजनों ने हंगामा कर दिया। सूचना मिलने पर सीओ सिटी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा देकर किसी तरह से परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया।