कोटेदार के भतीजे पर ग्रामीणों को धमकाने का आरोप, तीन महीने से नहीं दे रहा था राशन
महोबा: महोबा जनपद के एक गांव में कोटेदार के राशन न दिए जाने और कोटेदार के भतीजे पर गलत जानकारी देकर कार्ड को निरस्त कराने का आरोप लगाया। यह मामला अब डीएम कार्यालय तक जा पहुंचा है। पीड़ितों का आरोप है कि कोटेदार पिछले 3 माह से मनमानी करते हुए उन्हें राशन नहीं दे रहा। आरोप है कि कोटेदार का भतीजा कोटे का संचालन करता है। लोगों को प्रताड़ित करने के लिए झूठी शिकायत कर उनके राशन कार्ड को निरस्त करवा देता है। पुनः राशन कार्ड बनवाने के एवज में सुविधा शुल्क की मांग भी ग्रामीणों से की जा रही है।डीएम कार्यालय पर शिकायत करने पहुंचा पीड़िता।3 महीने से राशन न देने का आरोपदरअसल यह पूरा मामला कुलपहाड़ तहसील के अमानपुरा गांव का है। जहां रहने वाला राजकुमार और हरदास जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देने पहुंचे हैं। राजकुमार का आरोप है कि उसके गांव में संचालित सरकारी राशन की दुकान का संचालन सुनीता के नाम से हो रहा है। इसे चलाने का काम उसका भतीजा महेंद्र करता है। आरोप है कि महेंद्र द्वारा पिछले 3 माह से उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा। राशन देने के नाम पर उनका अंगूठा तो लगवा लिया जाता है लेकिन राशन नहीं दिया जाता। इसका विरोध करने पर कोटेदार का भतीजा झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी देता है।झूठी शिकायत कर निरस्त करवाया कार्डपीड़ितों का यह भी आरोप है कि झूठी शिकायतें पूर्ति विभाग में कर उनके राशन कार्ड को जबरन निरस्त करवा दिया गया। वह मजदूरी करके अपने परिवार को पालते हैं लेकिन फिर भी महेंद्र ने झूठी शिकायत पूर्ति विभाग में करते हुए उन्हें चार पहिया वाहन और अन्य संसाधन दिखा कर राशन कार्ड बंद करवा दिया। यहीं नही ऐसे ही कई अन्य ग्रामीणों के भी राशन कार्ड निरस्त कराए गए हैं। जिसने पुनः राशन कार्ड बनवा जाने के एवज में सुविधा शुल्क की मांग भी की जा रही है। पीड़ितों का कहना है कि कोटेदार के भतीजे द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। झूठी शिकायत देकर उनके अधिकारों को छीना जा रहा है।इस बाबत पूर्व में उप जिलाधिकारी को भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया। ऐसे में पूरे मामले की लिखित शिकायत आज जिला अधिकारी से करते हुए उक्त मामले की जांच के साथ-साथ आरोपी कोटेदार और उसके भतीजी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है।