बिलासा कन्या कालेज की आनलाइन परीक्षा में बिजली ने दिया झटका, उत्तरपुस्तिका नहीं हुई अपलोड
बिलासपुर। शासकीय बिलासा कन्या पीजी महाविद्यालय में मंगलवार से स्नातक प्रथम, तृतीय और पंचम व स्नातकोत्तर प्रथम और तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा शुरू हुई। छात्राओं को आनलाइन प्रश्नपत्र दिया गया।
हल करने के बाद निर्धारित प्रारूप में पीडीएफ फार्मेट में पोर्टल पर अपलोड करना था। ग्रामीण अंचल में बिजली गुल होने से छात्राओं को झटका लगा। उत्तरपुस्तिका अपलोड नहीं हुई। विरोध शुरू होने पर महाविद्यालय प्रशासन ने शाम पांच की बजाए रात आठ बजे तक जमा करने का मौका दिया।
परीक्षा में 4,243 छात्राएं पंजीकृत थीं। स्नातक की परीक्षा सुबह नौ से 11.30 बजे तक और स्नातकोत्तर की परीक्षा सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक संपन्न् हुई। पर्चा लिखने के बाद छात्राओं को शाम पांच बजे तक उत्तरपुस्तिका अपलोड करने का मौका दिया गया था।
बीए, बीकाम, बीएससी समेत पीजी के सभी विषयों का पर्चा हल करने के बाद जैसे ही छात्राओं ने अपलोड करना चाहा तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पहले दिए गए लिंक में अपलोड करने की समस्या हुई।
इस पर छात्राओं को तत्काल नया लिंक जारी किया गया। शाम चार बजे ग्रामीण अंचल की कई छात्राएं अपलोड नहीं कर सकीं। खासकर अंबिकापुर, रायगढ़ जिले से। बताया गया कि तेज अंधड़ के कारण बिजली गुल हो गई थी।
कहीं मोबाइल तो कहीं बैटरी की समस्या थी। छात्राएं डर गईं कि उत्तरपुस्तिका अपलोड नहीं हुई तो वे एटीएकेटी या फेल हो जाएंगी। किसी तरह अपने शिक्षकों तक समस्या पहुंचाई। इसके बाद प्राचार्य ने छात्रहित में निर्णय लेते हुए रात आठ बजे तक समय दिया
छात्राओं में थी निराश
कोविड-19 महामारी के बीच आनलाइन परीक्षा को लेकर भले ही कालेज प्रशासन उत्साहित हैं लेकिन, छात्राएं बिल्कुल खुश नहीं हैं। खासकर वे छात्राएं जो आदिवासी अंचल व ग्रामीण इलाकों में रहती हैं। सूचना से लेकर कोई भी जानकारी उन तक नहीं पहुंच रही है। ऐसी स्थिति में बड़ी संख्या में छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। इधर परीक्षा विभाग ने ए-4 साईज पेपर का इस्तेमाल करते हुए 20 पेज में उत्तर लिखने का आदेश दिया है। इसे पीडीएफ में बदलकर 12 एमबी के भीतर अपलोड करना था।
परीक्षा बेहतर तरीके से संपन्न् हुई। ग्रामीण अंचल में बिजली को लेकर छात्राओं ने समस्या गिनाई थी। इसके बाद उत्तरपुस्तिका जमा करने की अवधि शाम पांच से बढ़ाकर रात आठ बजे किया गया। यदि किसी छात्राओं को कोई अन्य समस्या है तो वे भी बता सकती हैं। त्वरित निराकरण किया जाएगा।
डा. एसएल निराला
प्राचार्य, शासकीय बिलासा कन्या पीजी महाविद्यालय