23 अक्टूबर को बुलाई सोनाली फोगाट के समर्थकों की मीटिंग, कुलदीप बिश्नोई की चुनौतियां बढ़ेंगी
हिसार: हरियाणा के हिसार जिले की आदमपुर विधानसभा का उप चुनाव कुलदीप बिश्नोई के लिए कई चुनौतियां खड़ी कर सकता है, क्योंकि सोनाली फोगाट की बहन रुकेश पूनिया चुनाव मैदान में उतरेंगी। सोनाली की मौत के बाद अब उसकी राजनीतिक विरासत रुकेश पूनिया को सौंपी गई है। रुकेश ने आदमपुर उप चुनाव लड़ने की तैयारी भी शुरू कर दी है।पहला कदम बढ़ाते हुए रुकेश ने आदमपुर में 23 अक्टूबर को सोनाली के समर्थकों की मीटिंग बुलाई है। रुकेश के पति अमन पूनिया ने कहा कि आदमपुर उप चुनाव में रुकेश उतरेगी। किस पार्टी की टिकट पर वह चुनाव लड़ेगी, इसक फैसला अभी नहीं हुआ, परंतु इतना तय है कि आदमपुर उप चुनाव सोनाली की बहन रुकेश जरूर लड़ेगी।ऐसे में कुलदीप बिश्नोई के लिए उपचुनाव की राह इतनी आसान नहीं होगी। बता दें कि सोनाली के परिवार ने उसकी मौत में कुलदीप बिश्नोई की संलिप्तता पर संदेह जताया है। 24 सितंबर को सर्व खाप महापंचायत ने कुलदीप बिश्नोई को इस मामले पर अपना स्टैंड स्पष्ट करने का अल्टीमेटम दिया है।सोनाली की बहन रुकेश को मिली विरासतहिसार की जाट धर्मशाला में 24 सितंबर को सोनाली की बेटी यशोधरा ने अपनी मौसी रुकेश पूनिया को सोनाली की राजनीतिक विरासत सौंपने की घोषणा की थी। यशोधरा ने कहा कि वह अभी नाबालिग है और उसकी मौसी रुकेश उसकी शुभचिंतक हैं, इसलिए वह अपनी मां की राजनीतिक विरासत उसे सौंपती है।29 हजार से ज्यादा वोटों से हारी थी सोनालीवर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट पर सोनाली फोगाट चुनाव में उतरी थी। कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनाव में कुलदीप बिश्नोई ने 29 हजार 471 वोट से जीत हासिल की। कुल 13 राउंड में सोनाली किसी भी राउंड में उनसे जीत नहीं सकी। हालांकि सोनाली हिसार के नलवा विधानसभा से टिकट मांग रही थी, परंतु उसे पार्टी ने आदमपुर से टिकट दी थी।कुलदीप बिश्नोई से अंतिम मुलाकातसोनाली और कुलदीप बिश्नोई राजनीतिक विरोधी थे। सोनाली, कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ खुलकर बोलती थीं, परंतु आदमपुर विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद कुलदीप बिश्नोई भाजपा में शामिल हुए तो उन्होंने 18 अगस्त को सोनाली के घर पर जाकर चाय पी। उस मौके पर सुधीर सांगवान भी साथ ही था।दोनों में करीब एक घंटा मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों के गिले शिकवे दूर हो गए थे। सोनाली गुरु जांभेश्वर जयंती पर बिश्नोई मंदिर में पहुंची थीं। यहीं पर कुलदीप और सोनाली की मुलाकात हुई थी, जो अंतिम साबित हुई। इसके बाद सोनाली गोवा के लिए 21 अगस्त को गोवा रवाना हो गई थी। 27 अगस्त को उसने आदमपुर में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी, लेकिन उससे पहले 22 अगस्त को गोवा में उसकी मौत हो गई।आदमपुर पर भजनलाल परिवार का वर्चस्वआदमपुर विधानसभा से अब तक पूर्व CM भजन लाल का परिवार ही चुनाव जीतता आ रहा है। वर्ष 1968 में भजन लाल, 1972 में भजनलाल, 1977 में भजनलाल, 1982 में भजन लाल, 1987 में भजन लाल की पत्नी जसमा देवी, 1990 में भजन लाल, 1996 में भजन लाल, 2005 में भजन लाल, 2009 में रेणुका बिश्नोई, 2014 और 2019 में कुलदीप बिश्नोई चुनाव जीते थे।