इस मंदिर को बनाने में गुलशन कुमार ने किया था सहयोग, 1984 में हुई थी शुरुआत
नोएडा: सेक्टर-19 सनातन धर्म मंदिर में पूजा अर्चना करते श्राद्धालूनवरात्र के पहले दिन सोमवार को नोएडा का सबसे पुराना सेक्टर-19 सनातन घर्म मंदिर जयकारों से गूंज उठा। तीन दिन की बारिश के बाद आज सुबह से मौसम साफ रहा। शहरवासियों ने आज दिन की शुरुआत माता के पूजा अर्चना के साथ की।कोरोना के कारण दो वर्ष बाद नवरात्र के पहले दिन शहर के मंदिरों के पट पूरी तरह से खुले। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव के साथ मंदिरों में जाकर माता के दर्शन किए। सेक्टर-19 स्थित सनातन धर्म मंदिर के पुजारी ने सुबह छह बजे ही माता का श्रृंगार किया। इसके बाद आरती उतारी।मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान श्रद्धालुइसके बाद श्रृद्धालुओं के लिए मंदिर के पट खोले गए। सनातन धर्म मंदिर के पुजारी वीरेंद्र नंदा ने बताया कि धूप दिखाकर 8 बजे कलश स्थापना के साथ दुर्गा पाठ किया गया। उन्होंने बताया कि नौ दिन लगातार मंदिर में पाठ और धार्मिक अनुष्ठान होगा। प्रतिदिन माता का प्रसाद वितरित किया जाएगा।गीतकार गुलशन कुमार मंदिर निर्माण में दिया था सहयोग…सेक्टर 19 स्थित यह मंदिर सनातन धर्म समिति के सहयोग से निर्मित किया गया। समिति की स्थापना 21 अप्रैल, 1984 में हुई। इसके बाद पांच जुलाई, 1984 को मंदिर का शिलान्यास हुआ। प्रसिद्ध गीतकार स्वर्गीय गुलशन कुमार ने मंदिर के निर्माण में पूरा सहयोग दिया था। इसके अलावा सांसद डॉ.महेश शर्मा संरक्षक के तौर पर है।1984 में पहली बार रखा गया मंदिर का पत्थरमंदिर समिति के महासचिव संजय बाली ने बताया कि भव्य सनातन धर्म मंदिर का निर्माण वर्ष 1989 में किया गया। इस मंदिर में सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। सनातन धर्म मंदिर समिति इसकी देखरेख करती है। यह शहर का एकमात्र सनातन धर्म मंदिर है। सिटी मजिस्ट्रेट का कार्यालय मंदिर से चंद कदम की दूरी पर है।मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था के पूरे इंतजाम…दिल्ली से सटे के चलते मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है। यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। जिनकी मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम बना है। नवरात्रों के समय यहां मंदिर खुलने और पट बंद होने तक की दिन भर हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।मंदिर में पूजा करते श्रद्धालुशहर के इन मंदिरों में भी हुई पूजा अर्चना…सेक्टर-2 लाल मंदिर, सेक्टर-49 वोडा महादेव मंदिर, सेक्टर-20 के हनुमान मंदिर, बरौला का माता का मंदिर, सलारपुर मंदिर।