ब्रेकिंग
ग्राम दामाखेड़ा आश्रम :- घटना में शामिल 16 आरोपियों की गिरफ्तारी एवं 01 किशोर बालक के विरुद्ध विधिवत कार्रवाई ग्राम दामाखेड़ा आश्रम:- घटित घटना में शामिल 16 आरोपियों की गिरफ्तारी एवं 01 किशोर बालक के विरुद्ध विधिवत कार्रवाई हटिया विधान सभा में कॉंग्रेस की जीत सुनिश्चित हो रही है-सुशील शर्मा जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा अवैध रूप से डंप किया गया भारी मात्रा में शराब का जखीरा किया गया बरामद थाना हथबंद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम केसदा मे... क्षेत्रीय विधायक इन्द्र साव ने रावणभाठा स्थित दशहरा मैदान के मुख्यमंच से नगर वासियों और क्षेत्रवासियो को विजयादशमी पर्व की बधाई दी विधायक इंद्र साव के प्रयास से भाटापारा राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा विधायक के प्रस्ताव को केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी स्वीकृति सुशील शर्मा को आगामी झारखंड प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने हटिया विधान सभा क्रमांक 64 का पर्यवेक्षक नियुक्त किया जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा रोड में खड़ी ट्रकों के पहिए चोरी करने वाले गिरोह का किया गया पर्दाफाश पुलिस द्वारा ट्रकों के पहिए व बैटरी जैक च... खड़ी ट्रैकों में हो रही लगातार चोरी से परेशान भाटापारा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा विरोध प्रदर्शन पद यात्रा करते हुए शहर थाने में ज्ञापन सौंपा गया भाटापारा में ब्राउन शुगर का कारोबारी गिरिफ़्तार,ड्रग्स विभाग निष्क्रिय,युवाओं का भविष्य अंधकार में ,गृह मंत्री त्यागपत्र देवे—सुशील शर्मा

PFI का शाहीन बाग और जामिया से निकला कनेक्शन

नई दिल्ली । गैरकानूनी संस्था घोषित होने के साथ ही पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को आगामी 5 साल के लिए बैन कर दिया गया है। पिछले कई दिनों की छापेमारी में सबूतों के मिलने के बाद केंद्र सरकार ने यह अहम फैसला लिया है।पीएफआइ ने वैसे तो पूरी दिल्ली में अपनी जड़ें फैला रखी हैं, लेकिन शाहीनबाग और जामिया थाना क्षेत्र इनका गढ़ बन चुका है। इसके अलावा उत्तर और पूर्वी जिले में भी यह संगठन तेजी के साथ अपना विस्तार करने में जुटा हुआ था। यह बात दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद सामने आई है।दिल्ली पुलिस ने जिन तीस सदस्यों को पकड़ा है। उनमें सबसे अधिक इन्हीं क्षेत्रों से दबोचे गए हैं। सूत्र बताते हैं कि इन जिलों में पीएफआइ ने जोन स्तर के कार्यालय भी बना रखे हैं, जिनमें तीन से पांच जिलों के सदस्यों की बैठक होती थी।
सुरक्षा एजेंसियों से दिल्ली पुलिस को इनपुट मिला था कि कार्रवाई के दौरान हिंसा हो सकती है। इसे देखते हुए पूरे इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों व अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया था। छापेमारी वाले इलाके में लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। इन गलियों में जिन लोगों के घर हैं, उनकी एंट्री करने के बाद प्रवेश दिया गया।उधर, राजधानी दिल्ली में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई से पहले ही सर्कुलर जारी कर जामिया मिल्लिया के छात्रों को किसी भी तरह के प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की चेतावनी दे दी गई। दक्षिण-पूर्वी जिले में 19 सितंबर से 17 नवंबर तक धारा 144 लागू रहेगी, इसलिए हर तरह के प्रदर्शन और आंदोलन पर यहां रोक है। इसके उल्लंघन पर कार्रवाई होगी।