बंदूक व पर्स गायब होने से हत्या की जांच का एंगल फिर बदला
ग्वालियर। श्री विहार कालोनी (घोसीपुरा) में रिटायर्ड एसआइ मेघराज सिंह राजावत की घर में घुसकर बेरहमी से हत्या करने वाले हत्यारों का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लगा है। मेघराज की 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक व पर्स गायब हाेने का पता चलने के बाद पुलिस अब स्वीकार कर रही है कि हत्या घर में लूट करने के इरादे से घुसे बदमाशों ने की है। पुलिस ने अब हत्यारों तक पहुंचने के लिए इसी थ्यौरी पर काम करना शुरू कर दिया है। क्राइम ब्रांच की टीम व बहोड़ापुुर थाना पुलिस ने बुुधवार को श्री विहार कालोनी में लगे एक-एक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे हैं। बुधवार काे पुलिस केवल कालोनी के फुटेज देख पाई है। फुटेज में दो बाइक सवार संदिग्ध युवक नजर आए हैं। पुलिस हत्यारों तक पहुंचने के लिए रिटायर्ड एसआइ के घर तक आने व भागने का रोड मैप तैयार कर रही है। मोबाइल फोन की टावर लोकेशन भी चेक कर रही है।
श्री विहार कालोनी निवासी रिटायर्ड एसआइ मेघराज सिंह राजावत का शव मंगलवार को घर में पलंग पर पड़ा मिला था। 64 वर्षीय मेघराज सिंह की हत्या सिर में ईंट मारकर की गई थी। हत्या से पहले आरोपित के पैर पायजामे के नाड़े से और हाथ पायजामे से बांधे थे। मुंह में कपड़ा ठूंसा था। अलमारी खुली मिली थी और सामान बाहर बिखरा पड़ा था। पुलिस को घर में रखे गैस सिलिंडर पीछे पड़े मिले थे। आशंका थी कि बदमाशों ने यह सिलिंडर चोरी कर ले जाने के लिए छत से फेंके हैं, लेकिन ले जा नहीं पाए हैं। पत्नी पुष्पा ने पुलिस को बताया था कि उसके पति पैसा अपने पास नहीं रखते थे। गहने भी उसके पास हैं
बंदूक व पर्स गायब हैंः 24 घंटे की पड़ताल के बाद पुलिस ने स्वीकार किया कि मृतक के घर में रखी 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक गायब है। इसके अलावा पर्स भी नहीं मिला है। पुलिस का अनुमान है कि मृतक के पर्स में हजार-पांच सौ रुपये से ज्यादा नहीं होंगे, क्योंकि एक दिन पहले ही मेघराज सिंह ने एटीएम से दो हजार रुपये निकाले थे। हजार-बारह सौ रुपये का सामान खरीद लिया होगा और खाने-पीने का सामान ले लिया। एटीएम से दो हजार रुपये निकालने की बात मृतक के खाते की जानकारी लेने पर पता चली है।
वर्जन-
अभी मेघराज सिंह की हत्या करने वाले हत्यारों की पहचान नहीं हो पाई है। घर में लाइसेंसी 12 बोर की बंदूक व पर्स गायब होने का पता चला है। इससे अनुमान लग रहा है कि हत्यारे घर में चोरी करने के इरादे से घुसे थे।
अमर सिंह सिकरवार, बहोड़ापुर थाना प्रभारी