चार्ज संभालते ही लिया एक्शन; पति से प्रताड़ित पत्नी को दिलाया न्याय
नरवल (कानपुर): कानपुर में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की कक्षा 9वीं की छात्रा को शुक्रवार को दो घंटे का कोतवाल बनाया गया। इस दौरान अन्य कर्मी भी उनकी सहायता करते नजर आए। छात्रा दो घंटे के लिए कोतवाल की कुर्सी पर बैठी रही। कोतवाली में आए फरियादियों की समस्याओं को सुना। साथ ही पति-पत्नी के विवाद को सुलझाया। शिकायत लेकर आई पत्नी को न्याय दिलाया।महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत छात्रा आकांक्षा को कोतवाल बनाया गया। शुक्रवार दस बजे उन्हें कोतवाल की कुर्सी सौंप दी गई। दो घंटे तक छात्रा ने कोतवाल का कार्यभार संभाला। छात्रा के साथ मौजूद इंस्पेक्टर चंद्रकांत मिश्रा ने अन्य कर्मियों से उनका परिचय कराया। इतना ही नहीं, कोतवाली में उपस्थित सभी पुलिसकर्मी ने छात्रा को सैल्यूट भी किए। छात्रा ने भी उनके सलाम का जवाब दिया।छात्रा आकांक्षा कक्षा 9वीं में पढ़ाई करती हैं।पति के शराब पीने की आदत से परेशान थी महिलाइस दौरान ग्राम बांबी से शशि कला अपनी शिकायत लेकर कोतवाली आईं। शशि कला ने कहा, “मैडम मेरा पति दारू पीता है। आए दिन पैसों को लेकर परेशान करता है। पैसे न देने पर मारपीट व प्रताड़ित भी करता है।” छात्रा ने पीड़िता की बात सुनी। फिर चौकी इंचार्ज को आदेश दिया कि तुरंत आरोपित पति को पकड़कर थाने लाया जाए।इस दौरान आकांक्षा के क्लास के भी कई छात्र उपस्थित रहे।छात्रा ने आरोपी पति को पकड़वायापुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से आरोपी पति को हिरासत में लिया फिर कोतवाली लेकर आई। कथित कोतवाल आकांक्षा ने आरोपी पति से कहा, ” तुम अपनी पत्नी को प्रताड़ित करते हो। तुम्हारे ऊपर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। साथ ही तुम्हें जेल भेजा जाएगा।” इतना सुनते ही आरोपी पति राजकुमार ने अपनी गलती मानी और आगे मारपीट न करने का वादा किया। इस पर थाना प्रभारी छात्रा ने पति-पत्नी को मौके पर समझा-बुझाकर समस्या का निस्तारण किया।आकांक्षा के कोतवाल का चार्ज संभालते ही सभी पुलिसकर्मियों ने उन्हें सैल्यूट किया।जनता की सेवा करना है आकांक्षा का सपनाछात्रा आकांक्षा का कहना है कि वह बड़ी होकर देश की सेवा और महिलाओं के उत्थान के लिए सिविल सेवा में जाना चाहती हैं। वहीं, चंद्रकांत मिश्रा इंस्पेक्टर ने बताया कि आकांक्षा पढ़ने में बहुत ही होशियार बच्ची है। एक दिन के लिए बनी थाना प्रभारी छात्रा आकांक्षा के बोलने का तरीका और फरियादियों को समझाने तरीका एक अधिकारी की तरह लगा है। वह बहुत आगे जाएंगी।