ब्रेकिंग
परशुराम जयंती पर ब्राह्मण समाज द्वारा निकाली गई भव्य शोभायात्रा पाकिस्तानी नागरिकों के लिए जरूरी सूचना: बलौदाबाजार में दीर्घकालिक वीजा नवीनीकरण अब अनिवार्य भारत सरकार की नीति के तहत देश में रह रहे विदेशी नागरिको... परशुराम जयंती पर मारवाड़ी युवा मंच ने किया भव्य स्वागत एवं सेवा कार्य बिजली कटौती और पानी की समस्या से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार- सुशील शर्मा पहलगाम में हुवे आतंकी हमले के विरोध में सनातनी धर्म सेना ने निकाली मशाल यात्रा अधिकार सर उठाकर मांगा जाता है-राज्य सरकार सचिव संघ की मांग तत्काल पूरा करे-सुशील शर्मा ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा का संचालन करने वाले एक बड़े अंतरराजयीय क्रिकेट सट्टा गिरोह का किया गया भांडाफोड़ भाटापारा शहर के आईपीएल बुकी दिल्ली में बैठकर करत... पंचायत सचिवों के धरना स्थल पहुंच विधायक इंद्र साव ने किया समर्थन मोदी की गारंटी से पीछे हट रही राज्य सरकार ::- इंद्र साव भाटापारा नगर पालिका में हुआ पीआईसी का गठन भाटापारा ग्रेन सिटी शाखा के प्रशान्त गाँधी मारवाड़ी युवा मंच के निर्विरोध प्रान्तीय अध्यक्ष घोषित हुवे

PM मोदी के गुजरात दौरे का दूसरा दिन

गुजरात दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुज में 3KM तक रोड शो किया। इस दौरान पारंपरिक नृत्य के साथ लोगों ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री इसके बाद वहां स्मृति वन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।

‘स्मृति वन’ 26 जनवरी, 2001 को गुजरात में आए भूकंप में मारे गए करीब 13,000 से अधिक लोगों को श्रद्धांजलि के रूप में कच्छ जिले के भुज कस्बे के पास भुजियो पहाड़ी पर बनाया गया एक म्युजियम है। इस म्युजियम की परिकल्पना पीएम मोदी ने उस समय की थी, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे। ‘स्मृति वन’ 470 एकड़ के क्षेत्र में बनाया गया है।भुज में भुजियो डूंगर के ऊपर 470 एकड़ में फैला स्मृति वन मेमोरियल प्रोजेक्ट बनाया गया है। संग्रहालय में आठ ब्लॉक हैं जिनके विशिष्ट नाम हैं और प्रत्येक ब्लॉक अपने नाम के आधार पर आगंतुकों को विशिष्ट आकर्षण प्रदान करता है। स्मारक में भूकंप के दौरान जान गंवाने वाले 12,932 पीड़ितों की नेम प्लेट होगी।

इसके बाद पीएम भुज में करीब 4400 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसमें सरदार सरोवर परियोजना की कच्छ शाखा नहर भी शामिल है। इस नहर की कुल लंबाई लगभग 357 किमी है। नहर के एक हिस्से का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने 2017 में किया था और बाकी हिस्से का उद्घाटन अब किया जा रहा है। यह नहर कच्छ में सिंचाई की सुविधा प्रदान करने और कच्छ जिले के भी 948 गांवों और 10 कस्बों में पेयजल उपलब्ध कराने में मदद करेगी।