शिअद विधायकों ने कहा-विश्वास प्रस्ताव का विरोध किया, विधानसभा स्पीकर को दिया लेटर
चंडीगढ़: शिअद के विधायकों द्वारा उनकी वोटों की गिनती विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ गिनी जाने संबंध में विधानसभा स्पीकर को दिया गया लेटर।शिरोमणि अकाली दल के विधायकों ने पंजाब विधानसभा सेशन के अंतिम दिन उनकी वोटों को विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में गिना जाना AAP की शरारत कहा। विधायक मनप्रीत सिंह अयाली और नच्छतर पाल ने कहा कि वे सदन की कार्यवाही की शुरुआत से आखिर तक विश्वास प्रस्ताव के विरोध में खड़े रहे। दोनों विधायकों ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव के विरोध में वोट डाली थी।भले ही स्पीकर द्वारा विश्वास प्रस्ताव के लिए हां-ना पूछे जाने पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लेकिन AAP द्वारा गलतफहमी के कारण उनकी वोट प्रस्ताव के समर्थन में गिनी गई। विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने उनकी वोटों को विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ गिनी जाने की अपील की है। वोटों को प्रस्ताव के समर्थन में गिनने पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए विधानसभा स्पीकर को इस संबंध में लेटर भी सौंपा है।शिअद से विधायक मनप्रीत सिंह अयालीविधायक नच्छतर पाल ने कहा कि पंजाब के लोगों ने उन्हें जिम्मेदारी सौंप कर विधानसभा में बिठाया है। इसी कारण वह सदन छोड़कर नहीं गए। उन्होंने कहा कि वह विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में न पहले थे और न ही अब हैं। बताया कि सदन कार्यवाही के दौरान उन्होंने प्रस्ताव के समर्थन में हाथ खड़ा नहीं किया था। ऐसे में उनकी वोट की गिनती प्रस्ताव के समर्थन में करना गलत है। नच्छतर पाल ने कहा कि यदि सदन में मौजूद कोई विधायक किसी प्रस्ताव के पक्ष में हां-ना नहीं करता है तो उसकी वोट प्रस्ताव के पक्ष में नहीं गिनी जा सकती। उन्होंने कहा कि AAP के पास सदन का रिकॉर्ड मौजूद है, वह जांच कर सकते हैं।शिअद से विधायक नच्छतर पालविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में गिनाई 93 वोटविधानसभा सेशन के अंतिम मिनटों में विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोटिंग कराई गई थी। स्पीकर द्वारा पहले प्रस्ताव के समर्थन में हां कहकर हाथ खड़े करने को कहा गया। AAP के सभी विधायकों ने हाथ खड़े किए लेकिन शिअद के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली और नच्छतर पाल ने हाथ खड़ा नहीं किया। इसके बाद स्पीकर ने प्रस्ताव के समर्थन में न कहने और हाथ खड़ा करने को कहा। लेकिन विधायक मनप्रीत अयाली और नच्छतर पाल ने इस दौरान भी अपना हाथ खड़ा नहीं किया और न भी नहीं बोला। ऐसे में विधानसभा स्पीकर ने उनकी वोट की गिनती विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में की।