मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने पायलट की तुलना अभिमन्यु से की
बोले-महारथियों ने घेरा पर उन्होंने धैर्य नहीं खोया, पायलट को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया जा सकता है
जयपुर । राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के बयान लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खास सिपहसालार मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा सचिन पायलट के पक्ष में बयान दे रहे हैं। ताजा बयान सचिन पायलट को चक्रव्यूह में फंसाने का दिया है महारथियों ने सचिन पायलट को अभिमन्यु की तरह घेर रखा है उनकी छवि खराब करने की साजिश की जा रही है. उन्हें गालियां दी जा रही है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपना आपा नहीं खोया।उदयपुरवाटी क्षेत्र के मंडावारा गांव में आयोजित लीला की ढाणी में भोमिया जी महाराज के भंडारे कार्यक्रम में पहुंचे राजेंद्र गुढ़ा ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने की वकालत की ग्रामीणों को संबोधित करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने सचिन पायलट के पक्ष में भाषण दिया। उन्होंने कहा कि राजेश पायलट के असामयिक निधन के चलते खेलने-खिलाने व मौज मस्ती के दिनों में ही सचिन पायलट को राजनीति में आकर जिम्मेदारियां संभालनी पड़ी सचिन पायलट की इमेज खराब करने के लिए राजनैतिक षडय़ंत्र रचा गया पायलट खेमे में ही नकली लोग थे जो लगातार उनके खिलाफ राजनैतिक षडय़ंत्र रच रहे थे. उन्होंने कहा कि जो लोग षडय़ंत्र रच रहे है वो बड़े घाग, यानि कि बड़े तेज है. जिन्होंने तय कर लिया है कि एक व्यक्ति को काणा, यानि कि एक आंख का करना है। गुढ़ा ने फिर सवाल उठाया कि जब मानेसर जाने वाले कैंप में से पांच मंत्री बन सकते है. पायलट को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया जा सकता वे इस दोगली नीति के खिलाफ है वे पायलट को धन्यवाद देना चाहेंगे कि पायलट ने इतनी गालियां सुनने के बाद भी अपना धैर्य नहीं खोया। उन्होंने सचिन पायलट की तुलना महाभारत के अभिमन्यु से की जिस तरह से महाभारत में अभिमन्यु को चारों तरफ से महारथियों ने घेरकर धोखे से मारा वो ही स्थिति सचिन पायलट की है, लेकिन प्रदेश की जनता और खासकर युवा वर्ग उनके साथ है।