पर्यटकों के लिए तैयार कराया जा रहा क्यूआर कोड आधारित वर्चुअल कार्ड
वाराणसी: भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में दुनिया भर के देशों से पर्यटक आते हैं।काशी दर्शन के लिए आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए प्रदेश सरकार के निर्देश पर एक रियायती और आकर्षक प्लान तैयार किया जा रहा है। एक ही पास के जरिए काशी आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु धार्मिक स्थल और ऐतिहासिक धरोहरों को देख सकेंगे। काशी के धार्मिक, ऐतिहासिक स्थलों व धरोहरों के लिए अलग-अलग टिकट लेने की आवश्यकता नहीं होगी।काशी के अधिकृत काउंटरों और ऑनलाइन माध्यम से भी इंटीग्रेटेड पास प्राप्त किया जा सकेगा। वाराणसी स्मार्ट सिटी एक टूरिस्ट एक पास की पहल करने जा रही है, ताकि पर्यटकों का पैसा और समय दोनों बचे।13 दिसंबर 2021 को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद वाराणसी में धार्मिक पर्यटन में जबरदस्त तरीके से बढ़ोतरी हुई है।सभी जगह काम आएगा एक पासअध्यात्म ,धर्म और संस्कृति की नगरी काशी में पुरातनता और आधुनिकता का तालमेल है। काशी दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों को योगी सरकार रियायती दर पर एकीकृत पास उपलब्ध कराएगी।वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम का सुगम दर्शन, पूजा आरती, सारनाथ का लाइट एंड साउंड शो, म्यूजियम, क्रूज से जल विहार, पार्किंग, बैटरी से संचालित एसी बस और आने वाले समय में रोप-वे के अलावा काशी के अन्य धार्मिक स्थलों और धरोहरों को भी इस एकीकृत पास से जोड़ने का प्लान है।गंगा में नौकायन करते हुए सुबह-ए-बनारस देखने के लिए पर्यटक लालायित रहते हैं।यह पास एक जगह के किसी एक टिकट से काफी सस्ते होंगे। पर्यटक इसे रिचार्ज कराके कभी भी लाभ उठा सकेंगे। यह पास क्यूआर कोड पर आधारित वर्चुअल डिजिटल कार्ड होगा। टिकट खरीदने के लिए पर्यटकों को बार-बार लाइन नहीं लगानी पड़ेगी।