तेलंगाना के कलेश्वरम प्रोजेक्ट में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए वाईएस शर्मिला ने सीबीआई जांच की मांग की
नई दिल्ली| नवगठित वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष और आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी की बेटी वाईएस शर्मिला ने शुक्रवार को दिल्ली में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव सरकार की ओर से प्रारंभ की गई कलेश्वरम नहर परियोजना में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए। इस प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने सीबीआई जांच की मांग भी की।
शर्मिला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस योजना में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है। जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। शर्मिला ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में सीबीआई को एक ज्ञापन पत्र और उसके साथ कई अन्य दस्तावेज भी जमा कराए हैं। शर्मिला ने आरोप लगाया कि यह राज्य का सबसे बड़ा घोटाला है। जिसमें मनचाहे तरीके से अपने चहेते लोगों को के चंद्रशेखर राव ने लाभ पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सीबीआई के अधिकारियों से मुलाकात भी की है।
शर्मिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का एक नायाब नमूना है। इस प्रोजेक्ट को फिर से रीडिजाइन किया गया है। उन्होंने आरोप लगाए की इसमें होने वाली खर्च राशि को 40000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1.20 लाख करोड़ रुपए किया गया। इसका शिलान्यास भ्रष्टाचार के सभी मानक को तोड़ने वाला है। जिसमें कई तरह की अनियमितताएं की गई हैं। यही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि आंकड़ों को भी गलत तरीके से दिखाया गया है। विभिन्न मद खर्च में इजाफा किया गया। इसके साथ ही फर्जी खर्च को सही दशार्ने के लिए गलत तरीके से आंकड़ों का समायोजन भी किया गया है।
शर्मिला ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी कलेश्वरम प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ियों को लेकर लगातार संघर्ष कर रही है। इसमें एक अकेले ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य किया गया। वहीं अन्य लोगों को इसमें अवसर ही नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि ये प्रोजेक्ट तेलंगाना के किसानों के साथ धोखाधड़ी है। इसकी वजह यह है कि राज्य के किसान इस परियोजना को लेकर काफी उत्साहित थे, उन्हें लग रहा था कि इस नहर सिंचाई परियोजना से उन्हें सूखा और सिंचाई संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा, लेकिन उनकी सभी आशा और विश्वास के साथ भी विश्वासघात किया गया है।
शर्मिला ने आरोप लगाया कि इस परियोजना में कहा गया था कि 24 लाख एकड़ भूमि की सिंचाई इस परियोजना के माध्यम से संभव होगी, जबकि विशेषज्ञों ने इसे पूरी तरह से आधारहीन आंकड़ा करार दिया है। इसकी वजह से कई तरह की सुरक्षा चिंता भी उत्पन्न हो गई हैं। यही वजह है कि हाल में जब बाढ़ आई थी तो उसका भयानक प्रकोप देखने को मिला था।
शर्मिला ने कहा कि उन्हें यह देखकर दुख हो रहा है कि इस मुद्दे पर दो राष्ट्रीय पार्टी पूरी तरह से असफल नजर आई है। उन्होंने भाजपा सरकार से भी सवाल किया कि आखिर वो इस मामले में कोई कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे? शर्मिला ने ये भी कहा कि आगामी चुनाव में वो किसी पार्टी के साथ समझौता नहीं करेंगी और तेलंगाना में अकेले ही लड़ेंगी।