जिले में बाढ़ के हालत, डीएम-एसपी ने ट्रैक्टर पर बैठकर लिया बाढ़ग्रस्त इलाके का जायजा
बलरामपुर: बलरामपुर में राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। नदी का जलस्तर 105.90 मीटर पर पहुंच गया है। जोकि खतरे के निशान 104.62 से 1.28 मीटर ऊपर है। जिससे जिले में बाढ़ के हालत बने हुए। बाढ़ग्रस्त इलाके में बचाव और राहत कार्यों का जायजा लेने के लिये जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ट्रैक्टर से बैठकर पहुंचे और हालत का जायजा लिया।जिलाधिकारी महेंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सक्सेना चंदापुर मार्ग पर बाढ़ का पानी होने पर ट्रैक्टर पर बैठकर पहुंचे। चंदापुर ग्राम के चारों तरफ पानी भर गया है पर गांव सुरक्षित है। जिलाधिकारी ने ग्रामवासियों से वार्ता किया और उनको मिलने वाली राहत सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा की जो ग्रामवासी राहत केंद्र में जाना चाहते हैं। उनको तत्काल राहत केंद्र में शिफ्ट किया जाए। अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड को चंदापुर बंधा और कोडरमा बंधा के कटान को रोके जाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जाने का निर्देश दिया।बलरामपुर में बाढ़ग्रस्त इलाके का अधिकारियों ने लिया जायजा।बाढ़ राहत केंद्र का भी डीएम ने किया निरीक्षणइसके उपरांत जिलाधिकारी ने बाढ़ राहत केंद्र राजकीय इंटर कॉलेज दारी चौरा का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ राहत केंद्र पर प्रभावित लोगों के लिए बिस्तर, पका हुआ भोजन, शुद्ध पेयजल, मेडिकल की सुविधा, लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत केंद्र पर एंटी वेनम टीका रखा जाए।बाढ़ प्रभावित लोगों को पका हुआ भोजन देने का निर्देशइसके उपरांत जिलाधिकारी ने ग्राम घुघुलपुर पहुंच कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्राम वासियों से वार्ता की एवं बचाव एवं राहत कार्य की जानकारी प्राप्त की। मोटर बोट लगाकर बाढ़ प्रभावित लोगों को पका हुआ भोजन प्रदान किए जाने का निर्देश दिया और कहा कि कोई भी परिवार भूखा न रहे।बलरामपुर में डीएम ने अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को मदद का दिया निर्देश।जिला स्तरीय अधिकारी वितरित करेंगे राहत सामग्रीजिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को सेक्टर एवं क्लस्टर में बांटते हुए जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारी स्वयं मोटर बोट पर बैठकर राहत सामग्री का वितरण करेंगे।