क्षेत्र में फैली बदबू से हुआ खुलासा, कमरे के बाहर लटके ताले से बड़ी हत्या की आशंका
पानीपत।हरियाणा के पानीपत शहर के बलजीत नगर में एक किराए के कमरे में किराएदार राजमिस्त्री का शव बंद मिला। क्षेत्र में फैली बदबू से शव के अंदर होने का खुलासा हुआ। पुलिस ने कमरे के बाहर लटके ताले को तोड़कर शव को बाहर निकाला।शव को सिविल अस्पताल भिजवाया, जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया है। हत्या या फिर अन्य कारणों से मौत हुई है, इसका खुलासा पोस्टमार्टम में होगा।क्षेत्रवासियों से पूछताछ करती पुलिस।1.9 साल से अकेला रहता था राजमिस्त्रीजानकारी देते हुए चाहती ने बताया कि उसके कॉलोनी में 2 कमरे हैं। जिन्हें उसने किराए पर दिया हुआ है। किराए के एक कमरे में वीरपाली निवासी धूप सिंह नगर, पानीपत रहता था। वह पिछले करीब 1 साल 9 महीने से यहां पर रह रहा था।वह पेशे से राजमिस्त्री था और कमरे में अकेला ही रहता था। उसके पास कभी कबार उसके साथ काम करने वाले अन्य श्रमिक एवं राजमिस्त्री आ जाया करते थे, सभी कमरे में ही शराब पीते थे और चले जाते थे।11 अक्टूबर की रात को आखिरी बार मालकिन से मिला था राजमिस्त्री11 अक्टूबर की रात 8 बजे वीरपाली, मालकिन चाहती के पास गया। चाहती के अनुसार वह बुखार से पीड़ित थी और वीरपाली शराब पिए हुए था। वह नमस्ते करने आया था। मगर हिम्मत न होने की वजह उसको वापस कमरे पर ही भेज दिया।अगली सुबह मालकिन जब कमरे के पास गई, तो देखा कमरे का ताला लगा हुआ था। रोजाना की तरह शाम 5 बजे वह वीरपाली को पानी भरने के लिए कहने गई तो देखा कि ताला तब भी लगा हुआ था। इसके बाद से उसके कमरे का ताला नहीं खुला था।मौके पर जांच करती पुलिस।क्षेत्र में फैली बदबू, तो बुलाई पुलिसवीरपाली के कमरे के भीतर से बहुत ज्यादा बदबू आने लगी क्षेत्रवासियों ने इसकी सूचना कमरा मालकिन चाहती को दी। देखते-देखते मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। इसके बाद मामले की सूचना डायल 112 कंट्रोल रूम नंबर पर दी गई।सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे के बाहर लटका हुआ ताला तोड़ा। ताला तोड़ने के बाद देखा कि भीतर शव पड़ा हुआ है। शव के ऊपर सफेद चादर ढकी हुई थी। चादर हटा कर देखा तो शव वीरपाली का था।कमरे के बाहर गली में टूटा हुआ पड़ा ताला।फूल चुका था शव, हो रहा था रक्त रिसावअनुमान लगाया जा रहा है कि 11 अक्टूबर की रात को ही वीरपाली संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे में बंद हो गया था। मौके पर पहुंची चांदनीबाग थाना पुलिस की जांच अनुसार 4 दिन तक वेंटिलेशन न होने के कारण उसका शव पूरी तरह फूल चुका था।यहां तक की शरीर के कई हिस्से फूल कर फूट चुके थे। जहां से रक्त रिसाव हो रहा था। उसकी आंखों, नाक और सिर से खून बह रहा था।ये 2 सवाल कर रहें हत्या की इशारा- वीरपाली अपने कमरे में था, तो उसके कमरे के बाहर ताला किसने और क्यों लगाया ?- 11 अक्टूबर की रात के बाद उसे 12 कि सुबह या दिन में भी होश नहीं आया, क्या 11 की रात को हुई हो गई थी मौत ?