ठॉ. पूरण सिंह बोले-सरकार किसानों से किए वादे पूरा नहीं कर रही है
मुजफ्फरनगर: शुक्रवार रात जीआइसी मैदान पहुंचकर रैली की तैयारियों का जायजा लेते ठा. पूरण सिंह।मुजफ्फरनगर में किसान मजदूर संगठन ने सरकार के खिलाफ बिगूल फूंक दिया है। मांगों के लिए संगठन ने शनिवार को GIC मैदान में किसान मजदूर अधिकार महारैली की घोषणा की है। संगठन अध्यक्ष ठॉ. पूरण सिंह ने कहा, “सरकार किसानों से किए वादों को पूरा नहीं कर रही है। बिजली मुफ्त देने के बजाए किसानों के ट्यूबवेल पर मीटर लगाने शुरू कर दिये।”जीआईसी मैदान में रैली की तैयारियों में जुटे किसान।ठा. पूरण सिंह बोले-सरकार से विवाद नहीं संवाद चाहते हैंकिसान मजदूर संगठन अध्यक्ष ठॉ. पूरण सिंह ने शुक्रवार रात जीआइसी मैदान पहुंचकर रैली की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, “मैं सरकार से विवाद नहीं बल्कि, संवाद चाहते हैं। इसलिए रैली रखा है, जिससे किसान और मजदूरों के मुद्दे सरकार तक पहुंच सके। चुनाव से पहले जो वादे किये गए थे, सरकार ने वह पूरे नहीं किये। चुनावी घोषणा पत्र पूरी तरीके से लागू करने के बजाए। किसान और मजदूरों पर जुल्म किया जा रहा है।”ठॉ. पूरण सिंह ने कहा, “वादा किया गया था कि सरकार बनने पर किसानों को मुफ्त बिजली दी जाएगी। इस सरकार ने किसानों के ट्यूबवेल पर मीटर लगाना शुरू कर दिया है। गोवंश के मुद्दे पर सरकार अपने वादे से मुकर गई है। समस्या का हल करने के बजाए, जो किसान गोवंश से अपनी फसल को बचाने के लिए तार लगा रहे थे, उन पर उल्टा कानून थोप दिये गए।अगर किसान अब अपनी फसल बचाने के लिए खेतों के चारो ओर तार लगाएगा, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। यह बिल्कुल भी जायज नहीं है। किसान इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। शनिवार को GIC मैदान सहित शहर के चप्पे-चप्पे पर किसान नजर आएगा।किसान और मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई का ऐलान करते ठा. पूरण सिंह।अपना खाना खुद लेकर पहुंचेगे किसान-मजदूरकिसान मजदूर संगठन अध्यक्ष ठा. पूरण सिंह ने कहा कि शनिवार को आयोजित होने वाली किसान मजदूर अधिकार रैली एतिहासिक होगी। आसपास के जनपदों से रैली में शामिल होने वाले किसान और मजदूर अपना खाना स्वयं लेकर पहुंचेगे। इस तरह यह रैली बिना खर्च वाली होगी। इसके लिए किसी प्रकार का अतिरिक्त चंदा जुटाने की कोई कोशिश नहीं की गई। किसान अपनी सुविधा अनुसार अपना सामान और भोजन लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि वह भी उनके साथ बैठकर भोजन करेंगे। कहा कि यहां सभी कार्यकर्ता अपनी अपनी जिम्मेदारियों को समझकर कार्य कर रहे हैं। वह भी एक कार्यकर्ता की हैसियत से तैयारियों में जुटे हैं और जायजा भी ले रहे हैं।