संघ प्रमुख मोहन भागवत करेंगे बैठक का नेतृत्व, कई मुद्दों पर होगा मंथन
प्रयागराज: अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. सुनील आंबेकर ने दी जानकारी ।RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की चार दिवसीय बैठक आज 16 अक्टूबर से प्रयागराज में शुरू हो रही है। इस बैठक की अगुवाई खुद संघ प्रमुख मोहन भागवत करेंगे। चार दिनों तक होने वाली इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए देश के 45 प्रांतों के 378 शीर्ष पदाधिकारी संगमनगरी आ चुके हैं। गौहनिया के वात्सल्य स्कूल में आयोजित इस बैठक में समाज में मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा दिया जाने, देश जनसंख्या में बढ़ रहे असंतुलन, महिला सहभाग को बढ़ाए जाने सहित समाज के सभी वर्गों से संवाद स्थापित करने और सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिए जाने जैसे विषयों पर बैठक में चर्चा होगी। यहां चार दिन संघ के सभी प्रमुख कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।बताया जा रहा है कि विजयदशमी के पर्व पर संघ के प्रधान कार्यालय नागपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जिन मुद्दों को अपने उद्बोधन में उठाया था उन सभी विषयों पर चार दिवसीय बैठक में चर्चा होगी।कार्यक्रम स्थल और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।एक वर्ष के कार्यों की होगी समीक्षासंघ प्रमुख मोहन भागवत सामाजिक समरसता व देश के मौजूदा हालातों पर भी चर्चा करेंगे। इसके साथ ही संघ के वर्ष 2025 में होने वाले शताब्दी वर्ष को लेकर भी लोगों को एकजुट करने की कवायद पर मंथन करेंगे। 2024 में केंद्र की सरकार बनाने को लेकर भी रणनीति तय कर दी जाएगी।संघ की स्थापना के 2025 में 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके लिए निश्चित कार्य विस्तार की योजना बनी है। संघ का कार्य मौजूदा समय में 55 स्थानों पर चल रहा है। मार्च 2021 से 2024 तक एक लाख स्थानों पर संघ कार्य पहुंचे इसकी विस्तृत योजना बनी है। बताया कि 19 को अक्टूबर को चार दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक समाप्त होने के बाद सरकार्यवाह मीडिया को संबोधित कर बैठक के प्रमुख निर्णयों के बारे में जानकारी देंगे।पहली बार 11 दिवसीय प्रवास पर प्रयागराज में हैं भागवतसंघ प्रमुख मोहन भागवत पहली बार संगम प्रयागराज में 11 दिनों के प्रवास पर हैं। 19 अक्टूबर को बैठक के बाद भी संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रयागराज में रहेंगे। उसके बाद 20 अक्टूबर को सभी प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक और अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे। जबकि 21 अक्टूबर को सभी क्षेत्र प्रचारकों के साथ विभिन्न मुद्दों पर विमर्श करेंगे। जबकि 22 अक्टूबर की सुबह अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद संगम नगरी से विदा लेंगे। इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत बुधवार 12 अक्टूबर शाम 6 बजकर 10 मिनट पर गौहनिया स्थित जयपुरिया स्कूल परिसर पहुंच चुके हैं। गौहनिया में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और पीएसी के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया है। संघ प्रमुख मोहन भागवत के प्रवास के चलते त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।