रतलाम की सैलाना नगर परिषद में राजीनितिक गहमागहमी के बीच कांग्रेस के चैतन्य शुक्ला अध्यक्ष बने
सैलाना। राजीनितक गहमा-गहमी के बीच रतलाम जिले की सैलाना नगर परिषद के अध्यक्ष पद पर एक बार फिर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया। अध्यक्ष पद के कांग्रेस प्रत्याशी चैतन्य शुक्ला ने निर्दलीय प्रत्याशी विशाल धबाई को तीन मतों से पराजित कर जीत हासिल की। शुक्ला की जीत से कांग्रस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई व उन्होंने शुक्ला का स्वागत कर उन्हें बधाई दी। मतदान के पहले कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं में विवाद की स्थिति बन गई। हंगामा होने लगा तो पुलिस मौके पर पहुंची व हल्का बल प्रयोग कर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को मतगदणना स्थल के पास से खदेड़ कर हटाया। उल्लेखनीय है कि 15 सदस्यीय सैलाना नगर परिषद में कांग्रेस के नौ, भाजपा के चार व दो निर्दलीय पार्षद इस बार चुनाव जीते है। कांग्रेस की तरफ से पहले पूर्व अध्यक्ष जगदीश पादीदार को उम्मीदवार बनाने की संभावना थी, लेकिन उनके खिलाफ चुनाव के ठीक एक दिन पहले धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होने पर कांग्रेस ने रणनीति बदली और चैतन्य शुक्ला को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा। उधर, भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा न करके निर्दलीय प्रत्याशी विशाल धभाई को समर्थन दिया। दोपहर में मतदान के बाद मतगणना की गई। कांग्रेस के चैतन्य शुक्ला को नौ व निर्दलीय प्रत्याशी विशाल धभाई को छह वोट मिले। अध्यक्ष पद के बाद उपाध्यक्ष पद की प्रक्रिया शुरू की गई।
पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस पार्षद की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा ने दिया धरना
पूर्व अध्यक्ष जगदीश पाटीदार व दो पूर्व सीएमओ के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होने के दूसरे दिन मंगलवार को सैलाना नगर में राजनीतिक माहौल गर्मा गया। भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं ने सैलाना थाना के सामने धरना देकर पूर्व अध्यक्ष जगदीश पाटीदार को गिरफ्तार करने की मांग की। उल्लेखनीय है कि पूर्व अध्यक्ष जगदीश पाटीदार, पूर्व सीएमओ हीरालाल सोनावा व तेजसिंह पंवार के खिलाफ अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के ठीक एक दिन पहले प्रशासन ने सैलाना थाना में धोखाधड़ी का मुकादमा दर्ज कराया। नगर परिषद सैलाना के सीएमओ गोविंदकुमार पोरवार ने 17 अक्टूबर को पुलिस को प्रतिवेदन भेजकर बताया कि आठ जून 1994 से नौ जनवरी 2000 के बीच शुष्क शौचालयों को जलवाहित शौचालयों में परिवर्तित करने की योजना लागू की गई थी। वर्ष 2016 में तत्कालीन एसडीएम सैलाना ने मामले की जांच की तो पाया कि बगैर कार्य हुए ठेकेदार को भुगतान कर दिया गया। जबकि शुष्क शौचालायों को जलवाहित शौयालयों में परिवर्तित ही नहीं किया गया। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरोपित जगदीश पाटीदार, हीरालाल सोनावा व तेजसिंह पंवार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए। इस पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ भादंवि की धारा 420, 34 में प्रकरण दर्ज किया। इसे लेकर मंगलवार को सुबह अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के पहले भाजपा नेता विजय चारेल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सैलाना थाना के सामने पहुंचे व नारेबाजी करते हुए पाटीदार को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। थाना प्रभारी शिवमंगलसिंह सेंगर ने उनसे चर्चा कर बताया कि अभी प्रकरण से संबंधित दस्तावेज फरियादी पक्ष ने उपलब्ध नहीं कराए है। पहले वे दस्तावेज तो उपलब्ध कराए, जांच की जा रही है। कुछ देर बाद धरना समाप्त किया गया।
सत्य की जीत हुई
कांग्रेस प्रत्याशी की जीत पर नईदुनिया से चर्चा करते हुए सैलाना के विधायक व जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय गहलोत ने कहा कि भाजपा ने अलोकतांत्रिक तरीके से प्रशासन के कंधे पर बंदूक रखकर जो खेल खेला था उसकी हार हुई है। भाजपा ने पूरा प्रयास किया था कि अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस नहीं जीते, सत्य की हमेशा जीत होती है।