परिवार से बोला- मंडी वाले कर्ज लेने आएंगे मैं हट जाता हूं, फिर लगा ली फांसी
रामपुर: रामपुर में एक फल विक्रेता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 55 साल के फल विक्रेता ने कर्ज के दबाव के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने जिला अस्पताल भेजा है। फल विक्रेता ने परिजनों से कहा था कि मंडी वाले कर्जा लेने आएंगे। मैं हट जाता हूं। बुधवार सुबह गोदाम में परिजनों ने जाकर देखा तो फल विक्रेता का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था।प्रीतम शाहबाद गेट चौराहे पर लगाता था फलों का ठेलाप्रीतम मोहल्ला पसियान थाना गंज का निवासी था। करीब 55 साल का प्रीतम शाहबाद गेट चौराहे पर फल बेचने का काम करता था। शाहबाद गेट पर फलों का ठेला लगाता था। पास में बने गोदाम में वह फलों को रखता था। प्रीतम पर मंडी का कर्ज था।जिसे उतारने के लिए वह तनाव में रहता था। इससे परिवार में भी समस्या उत्पन्न हो गई थी। प्रीतम के परिजनों ने बताया कि मंडी का कर्जा होने के चलते पिछले दो-तीन दिन से फल विक्रेता ने खाना भी नहीं खाया था।गोदाम में फांसी पर लटका मिला प्रीतम का शवकर्ज से परेशान होने के कारण फांसी लगाकर प्रीतम ने आत्महत्या कर ली। फल विक्रेता प्रीतम का बेटा जब आज सुबह गोदाम पर आया तो उसने गोदाम में पिता को फांसी पर लटका हुआ पाया। इसकी सूचना उसने थाना सिविल लाइंस पुलिस को दी। सूचना पाकर पहुंची थाना सिविल लाइंस पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। पुलिस द्वारा मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।मृतक के बेटे ने बताया कि दो-तीन दिन से वह खाना भी नहीं खा रहे थे। उन पर मंडी का कर्जा था। बीते रोज वो कह कर गए थे कि मंडी वाले कर्जा लेने आएंगे मैं हट जाता हूं। बुधवार सुबह उनका शव गोदाम में लटका हुआ मिला। प्रीतम के 5 बच्चे हैं। पत्नी की 11 साल पहले मौत हो चुकी है।