त्योहार से पहले बढ़ जाती है मिलावटी मावा, घी, पनीर की आवक
ग्वालियर: मोर बाजार से मावा की सैंपलिंग करते हुए खाद्य विभाग की टीमखाद्य विभाग ने बुधवार को भी की है सैंपलिंगग्वालियर में रक्षाबंधन पर लिए गए सात सैंपल की रिपोर्ट बुधवार को भोपाल से आई है। इसमें मावा, पनीर, घी और तिल्ली खाने योग्य नहीं निकले हैं। रिपोर्ट में इनको अमानक बताया गया है। दीपावली से ठीक पहले यह सैंपल रिपोर्ट अपने आप में काफी घातक है और लोगों को सावधान करने वाली है। यह रिपोर्ट आने के बाद ग्वालियर का खाद्य विभाग हरकत में आ गया है।खाद्य विभाग की अलग-अलग टीमों ने बुधवार रात को शहर के मुरार, लश्कर इलाके में कई दुकानों से मिठाई, मावा व पनीर के सैंपल लिए हैं और स्टेट लेब्रोटरी भेजे हैं। साथ ही दीपावली के त्योहार से पहले खाद्य विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है, लेकिन इसके बाद भी लगातार भिंड-मुरैना से मिलावटी व नकली मावा, दूध, पनीर व घी ग्वालियर आ रहा है।त्योहार आते ही ग्वालियर-चंबल अंचल में नकली व मिलावटी मावा, दूध, पनीर, घी की आवक आसपास के जिलों से होने लगती है। कई मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं और त्योहार पर खपत बढ़ने पर मार्केट में यह माल सप्लाई कर लोगों के स्वास्थ से खिलवाड़ करते हैं। खाद्य विभाग की टीमांे को भी त्योहार के आसपास ही फूड सैंपलिंग की याद आती है। त्योहार निकल जाने के बाद यह टीमें भी कहीं खो जाती हैं। यहां बता दें कि ग्वालियर में आसपास के शहर भिंड-मुरैना से सबसे ज्यादा मावा आता है। यही कारण है कि साल 2020 के बाद से अब तक प्रदेश में सबसे ज्यादा मावा के सैंपल ग्वालियर में ही हुए हैं। बुधवार को अपर कलेक्टर इच्छित गढपाले के निर्देश पर एसडीएम व अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा प्रशासन ग्वालियर अशोक चौहान मार्गदर्शन में फूड विभाग की टीम ने मुरार, लश्कर में अभियान चलाकर ताबड़तोड़ मावा, पनीर के सैंपल लिए है।खाने योग्य नहीं निकले पनीर, मावा, घी व तिल्लीग्वालियर में रक्षाबंधन से ठीक तीन से चार दिन पहले खाद्य विभाग ने शहर से कुछ सैंपल लिए थे। इनमें से 7 सैंपल की रिपोर्ट बुधवार शाम को आई है। इसमें चार पनीर, एक-एक मावा, घी व तिल्ली के सैंपल अमानक निकले हैं। मतलब यह मावा, घी व पनीर खाने योग्य ही नहीं थे। अब यह सैंपल रिपोर्ट आने के बाद खाद्य विभाग इन फर्मो के खिलाफ एक्शन के मूड में है।