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हम साधु संत नहीं, बोले- देश की गली-गली में डर का माहौल

जयपुर: कांग्रेस पार्टी में मलिकार्जुन खरगे के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद बीजेपी द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपना घर संभाले। उनकी इतनी हैसियत नहीं की वह फालतू की पंचायती करें। बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने आजादी की लड़ाई के वक्त अंग्रेजों की मुखबिरी की थी। इनकी पार्टी में नए-नए लड़के आ गए हैं। उनमें समझ नहीं है। उन्हें पहले इतिहास पढ़ बोलना सीखना चाहिए। वरना समझदार लोग उनकी हंसी उड़ाएंगे।आज देश की गली-गली में दर का माहौलगहलोत ने कहा कि देशभर में बीजेपी के लोग युवाओं को धर्म और जाति के नाम पर भड़का रहे हैं। जिससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। आज पूरे देश में हर गली में जिस धर्म के लोग कम संख्या में है। उन्हें सुकून की नींद तक नहीं आ रही। उन्हें हर वक्त डर लगा रहता है कि ना जाने मेरे साथ क्या बीत जाए। इसलिए हम चाहते हैं प्रधानमंत्री आम जनता से मिलजुल कर रहने की अपील करें। ताकि देश में सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बना रहे।असहमति और आलोचना लोकतंत्र का आभूषणcm गहलोत ने कहा कि असहमति और आलोचना लोकतंत्र का आभूषण है। हमारी सरकार की आलोचना होती है हम उसे सहर्ष स्वीकार करते हैं। क्योंकि उनकी आलोचना से हमें सुधार करने का मौका मिलता है। लेकिन मोदी जी और अमित शाह आलोचना नहीं सुनते। जिससे देश में महंगाई, बेरोजगारी और तनाव बढ़ता जा रहा है।विधायकों के इस्तीफे पर स्पीकर करेंगे फैसलाबीजेपी द्वारा विधायकों की इस्तीफे को लेकर किए जा रहे विरोध पर भी मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह स्पीकर का विशेषाधिकार है। इसकी एक प्रक्रिया होती है, उसी आधार पर फैसला करेंगे।देशभर में लागू हो ओल्ड पेंशन स्कीमउन्होंने कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम बंद करने से देश में करप्शन बढ़ गया है। क्योंकि हर कर्मचारी को ऐसा लगता है कि रिटायरमेंट के बाद न जाने मुझे कितना पैसा मिलेगा। शेयर मार्केट से सरकारी उपक्रमों को जोड़ दिया गया है। ऐसे में अगर शेयर मार्केट डाउन हो जाएगा तो पेंशन कब मिलेगी। इसलिए हमने कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की।मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी इसकी जानकारी दी थी। मैंने उन दोनों से कहा आप लोग इस योजना को एग्जामिन करवाएं ताकि आम कर्मचारियों को राहत मिल सके।हम साधु संत नहीं- गहलोतबीजेपी द्वारा ग्रामीण ओलंपिक के आयोजन का पॉलीटिकल माइलेज लेने के सवाल पर भी मुख्यमंत्री गहलोत ने सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि हम साधु संत नहीं है। सरकार का काम आम जनता के हित में योजनाएं बनाना होता है। मुझे लगता है कि इसका सरकार को फायदा मिलना भी चाहिए। कल को बीजेपी के लोग मुफ्त दवा योजना के लिए भी कहेंगे कि चुनाव जीतने के लिए ऐसा किया। लेकिन हमारा लक्ष्य सिर्फ आम जनता को गुड गवर्नेंस देना है। ताकि अगली बार हमारी सरकार रिपीट करने के चांस बढ़ जाएं।नरेंद्र मोदी ओलंपिक शुरू करें मोदी जीगहलोत ने कहा कि मैं चाहता हूं राजस्थान की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ग्रामीण ओलंपिक की शुरुआत करें। भले ही वह इसका नाम राजीव गांधी की जगह नरेंद्र मोदी ग्रामीण ओलंपिक ही क्यों ना कर दे। मोदी जी भी गुजरात के मुख्यमंत्री रहे थे। वह गुजरात मॉडल को राजस्थान से कंपेयर करें। तब उन्हें पता चलेगा कि मोदी और अशोक गहलोत के मॉडल में कितना फर्क है।