ब्रेकिंग
युवा ब्राह्मण समाज भाटापारा का द्वितीय चरण का वृक्षारोपण कार्यक्रम:- युवा ब्राह्मण समाज एवं मयूर परिवहन के संयुक्त तत्वाधान में वृक्षारोपण का कार्यक्र... विधायक ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से भाटापारा को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की रखी मांग भाटापारा को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की मांग - विधायक ... युवा ब्राह्मण समाज भाटापारा के प्रथम आयोजन में ,श्री पावन धाम कामधेनु गौशाला मे गौ पूजन,वृक्षारोपण एवं प्रसादी का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ छत्तीसगढ़ स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में शामिल हुए, विधायक बेहतर खेल सुविधा मेरी प्राथमिकता - इन्द्र साव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रभुराम से प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना की भाटापारा में राम भक्तों की टोलियों को किया सम्मानित भाटापारा शहर में आयोजित राम सप्ताह कार्यक्रम में आने वाले श्रद्धालुओं एवं आमजनों की सुविधा के लिए समुचित यातायात एवं पार्किंग की व्यवस्था अपने 8 माह की नाकामी छुपाने प्रदेश सरकार विपक्ष के नेताओं को कर रही परेशान::-इंद्र साव बलौदा बाजार की घटना देश को शर्मसार करने वाली :-सत्यनारायण शर्म... नगर साहू समाज महिला प्रकोष्ठ की बहनों ने विधायक इन्द्र साव को बांधी राखी जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा बलौदाबाजार नगर में घटित तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना के संबंध में भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव को किया गया गिर... नगर के ऐतिहासिक जय स्तंभ चौक में विधायक इन्द्र साव ने ध्वजारोहण किया, इसके पूर्व भारत माता कि मूर्ति पर माल्यार्पण कर स्वतंत्रता दिवस समारोह का शुभारं...

अब टाइगर रिजर्व से विस्थापित परिवारों को 10 नहीं मिलेंगे 15-15 लाख

बिलासपुर।  अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंदर (कोर जोन में) बसे गांवों के विस्थापन पर एक परिवार को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने विस्थापन की राशि पांच लाख बढ़ा दी है। पूर्व में 10 लाख रुपये निर्धारित किया गया था।

इसे देखते हुए टाइगर रिजर्व प्रबंधन अब दोबारा प्रस्तावित तीन गांव का इस्टीमेट बनाकर प्राधिकरण को भेजेगा। गांव का नाम, परिवार की संख्या समेत जहां विस्थापन किया जाना है, उसकी जानकारी प्रस्ताव बनाकर पहले ही भेजा जा चुका है।

अचानकमार टाइगर रिजर्व से 19 गांवों का विस्थापन होना है। ये सभी कोर जोन में बसे हुए हैं। हालांकि पहले 25 गांव हुआ करते थे। उनमें छह गांव विस्थापित किए जा चुके हैं। सभी विस्थापन के दूसरे विकल्प के तहत हटे हैं। इन्हें जहां बसाया गया है, वहां मकान, बिजली, पानी के अलावा खेत बनाकर दिया गया है

पहले विकल्प में सीधे रकम लेकर टाइगर रिजर्व से हटना है। सभी 19 गांव हटना चाह रहे हैं। इसके लिए पूर्व में सहमति भी दी जा चुकी है, लेकिन विभागीय अड़चनों के कारण अब तक दोबारा विस्थापन नहीं हो सका।

अब तीन गांव तिलईडबरा, बिरारपानी और छिरहट्टा को विस्थापित करने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है। प्रक्रिया लंबित ही थी इसी बीच प्राधिकरण ने विस्थापन के बदले 15 लाख रुपये देने निर्णय लिया है। यह ग्रामीणों के लिए बड़ी सौगात है। प्राधिकरण ने तीनों गांव को दोबारा 15 लाख के हिसाब से इस्टीमेट बनाकर भेजने के निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि एटीआर में बसे ग्रामीणों के लिए प्रशासन और वन विभाग ने

तीनों गांवों को मिलाकर 133 परिवार, 22 लेना चाहते हैं नकद

दूसरे चरण में जिन तीन गांवों का विस्थापन होना है, वहां 133 परिवार हैं। सभी विस्थापित होने को राजी हैं। इनमें से 22 परिवार ने नकद लेकर हटने का विकल्प चुना है।

बचे 111 परिवार मकान, खेत व अन्य सुविधाएं चाहते हैं। हालांकि इसमें टाइगर रिजर्व प्रबंधन को कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि उनका मुख्य उद्देश्य गांवों को विस्थापित करना है। चाहे परिवार दोनों में से किसी भी विकल्प का चयन करें।

19 गांव जिनका होना है विस्थापन

अचानकमार टाइगर रिजर्व में जिन 19 गांवों का विस्थापन होना है। उनमें कोर जोन अंतर्गत तिलईडबरा, बिरारपानी, छिरहट्टा, अचानकमार, बिंदावल, सारसडोल, छपरवा, लमनी, अतरियाखार, रंजकी, सुरही, अतरिया, बम्हनी, कटामी, जांकडबांधा, निवासखार, महामाई, डंगनिया और राजक व बफर जोन में जमुनाही, बोईरहा, पटपरहा, चकदा, सिवलखार आदि शामिल हैं।

टाइगर रिजर्व से 19 गांव का विस्थापन होना है। पहले चरण में छह गांव विस्थापित हो चुके हैं। दूसरे चरण में तीन गांव विस्थापित किए जाएंगे। इसका प्रस्ताव भेजा जा चुका है। हालांकि जिस समय इसे भेजा गया, तब 10 लाख रुपये देने का प्रावधान था। अब इसे बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दिया गया है। इसलिए दोबारा इस्टीमेट बनाकर प्राधिकरण को भेजा जाएगा। राशि स्वीकृत होत हुए विस्थापन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

सत्यदेव शर्मा

डिप्टी डायरेक्टर, अचानकमार टाइगर रिजर्व