भाजपा विधायक की नई मांग नोटों पर लगे शिवाजी की फोटो
मुंबई । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा भारतीय मुद्रा पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर छापने की मांग को लेकर हिंदुत्व का कार्ड खेल दिया जो भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इसके बाद देश में सियासत तेज हो गई है। देश के अलग-अलग हिस्सों से अलग-अलग मांगें शुरू हो गई हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता नितेश राणे ने मराठा आइकन छत्रपति शिवाजी की तस्वीर लगाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने 200 रुपए की एक फोटोशॉप की हुई तस्वीर भी पोस्ट की है।
गुजरात चुनाव को देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने हिंदुत्व कार्ड खेला है। उन्होंने सुझाव दिया है कि देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीरों को भारतीय मुद्रा पर अंकित किया जाए। उन्होंने तर्क दिया है कि यह अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का एक तरीका हो सकता है। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट को रोकने में भी मदद कर सकता है।
केजरीवाल के बाद मनीष तिवारी का नया सुझाव-
इस सुझाव पर भाजपा की ओर से नाराजगी है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने आप प्रमुख पर जोरदार हमला बोला है। भाजपा ने कहा कि केजरीवाल अपनी सरकार की खामियों और आम आदमी पार्टी की हिंदू विरोधी मानसिकता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “केजरीवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कहा है वह उनकी यू-टर्न की राजनीति का एक और विस्तार है। उनका पाखंड दिखाई दे रहा है।” वहीं, भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आप ने हिंदू देवी-देवताओं के साथ दुर्व्यवहार किया, लेकिन अब वह चुनाव से पहले चेहरा बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने राम मंदिर का विरोध किया, वे नया मुखौटा लेकर आए हैं।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल महात्मा गांधी को दरकिनार करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर उन्हें एक हिंदू विरोधी कट्टरपंथी करार दिया है। भाजपा ने इससे पहले भी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, जब केजरीवाल ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले एक टीवी इंटरव्यू के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ किया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, “अभी तो केवल केजरीवाल ने हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू किया है। प्रतीक्षा करे, आप ओवैसी को भी एक दिन हनुमान चालीसा पढ़ते हुए सुन पाएंगे।”