बिलासपुर में रेत का अवैध कारोबार, ले रहा लोगों की जान
बिलासपुर। रेत के अवैध कारोबार में ट्रेक्टर चालकों की लापरवाही से लोगों की जान जा रही है। बीते साल 13 दुर्घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 23 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इनमें से कई स्थाई रूप से विकलांग हो गए। नदियों से रेत निकालने में ट्रैक्टर का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है। सड़क पर दौड़ रहे ट्रैक्टर से कई लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। सोमवार की रात भी इसी तरह की एक घटना में युवक की जान चली गई।
वहीं, छह मार्च को रेत से भरे ट्रैक्टर की चपेट में आने से नगोई निवासी छात्र की मौत हो गई थी। नगोई निवासी प्रांजल मिश्रा अपने भाई प्रखर को लेकर गांव से रमतला स्थित आधारशिला स्कूल जा रहा था। बिरकोना के पास रेत से भरे तेज रफ्तार ट्रेक्टर के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए एक्टीवा सवार दोनों भाईयों को अपनी चपेट में ले लिया था। इससे प्रांजल की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, उसका भाई प्रखर गंभीर रूप से घायल हो गया।
वहीं, तीन फरवरी की पेंडरवा के पास सुबह मदनपुर निवासी अर्जुन साहू के ढाई साल के बेटे यश की ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इससे पहले लोफंदी में बाइक सवार युवक की रेत से भरे ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौत हो गई। इस दौरान ग्रामीणों ने शव उठाने से इन्कार करते हुए चक्काजाम कर दिया था। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने रेत के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने आश्वासन दिया था। इसके बाद भी इस पर रोक नहीं लग सका है।