पूर्व मंत्री ने कहा- कांग्रेस के पेट में दांत है, कांग्रेसी अंग्रेजों के वशंज; खांडे को पद देने का विरोध
रायपुर: कांग्रेस ने शनिवार को कई नेताओं को निगम मंडल में पद दिए। इसमें एक नाम केपी खांडे का भी है। इन्हें राज्य अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष पद दिया गया है। इसके विरोध में खुलकर भाजपा के आदिवासी नेताओं ने आवाज बुलंद की है। रविवार को काले कपड़े पहनकर पार्टी के आदिवासी नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुचे। इनमें पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी, विक्रम उसेंडी और विकास मरकाम शामिल थे।केदार कश्यप ने कांग्रेस काे घेरते हुए कहा- पूरे प्रदेश में निगम मंडल के रूप में अपने करीबियों को कांग्रेस ने पद दिया। लोगों ने कहा कि ये दीवाली का उपहार है । लेकिन उन नामों के बीच से एक ऐसा नाम सामने आया जिसकी वजह से आज हम सभी जनजाति समुदाय के लोग आंदोलन कर रहे हैं। हाइकोर्ट ने प्रदेश के आदिवासी वर्ग का आरक्षण 32 से घटाकर 20 प्रतिशत करने का आदेश दिया।केदार ने दावा करते हुए कहा- हाईकोर्ट में आरक्षण मामले में लगी इस याचिका के प्रमुख याचिकाकर्ता रहे केपी खांडे को ही राज्य अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बना दिया गया। ये कांग्रेस की दोगली नीति है, मैं तो कहता हूं कांग्रेस के पेट में दांत है यह सिद्ध हो गया। कांग्रेसी अंग्रेजों के वंशज हैं उन्हीं की तरह फूट डालो और राज करो इनकी नीति है। इससे इसी तरह कुणाल शुक्ला को कांग्रेस कबीर शोधपीठ का प्रमुख बना चुकी है। कांग्रेस का इतिहास है सभी समाज के धोखा देकर राज करना।समाजों को लड़ाने का काम कर रही कांग्रेसकेदार कश्यप ने कहा- हम सभी लोग शांति छत्तीसगढ़ शांति प्रिय प्रदेश है हयां जाति से उठकर सौदाद्र पूर्ण माहौल में रहते हैं कांग्रेस ने समाज मको आपस में लड़ाने का काम किया है। वास्तव में अंग्रेजों की ही वंशज हैं अंग्रेजों के जींस इनमें हैं नीति है फूट डालो और राज करो की नीति है। कांग्रेस से कहना है हम आदिवासी भीख नहीं मांग रहे हक मांग रहे हैं। भाजपा के वक्त में मुख्य आरोप कांग्रेस पर जिम्मेदार है 32 से 20 हो गया। जो लोग ऐसे मामलों पर पिटिशनर हैं उनको पद बांट रही है। एसटी मोर्चा के माध्यम गांव-गांव जाकर लोगों से अवगत कराएंगे।