बिलासपुर में अरपा किनारे आस्था का सैलाब, उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पूरा हुआ पर्व
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में छठ महापर्व पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। दिवाली के बाद इस आयोजन में दूसरी दिवाली की झलक नजर आई। इस दौरान श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। करीब 50 हजार से ज्यादा लोग छठ घाट पर पहुंचे। जिनके बीच व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर मंगलकामना कीं। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से सभी मनोकामना पूरी होती है। ने इस आकर्षक नजारे का ड्रोन VIDEO तैयार किया है।सिर में दौरा लेकर परिवार के साथ घाट पहुंची व्रती महिलाएं।सोमवार की सुबह 3.30 बजे से ही गाजे-बाजे के साथ लोग दौरा,गन्ना लेकर छठ घाट पहुंचे। यहां पहले लोगों ने घाट पर स्थित दौरा का पूजा किया। फिर व्रत करने वाले लोग एक-एक कर घाट के अंदर पानी में गए और कमर तक पानी के बीच उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान जिन महिलाओं की मन्नत पूरा हो चुकी है, वह अपने घर से जमीन पर लोटते हुए छठ घाट पहुंची। मान्यता है कि नई सुहागिनें भी पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए छठ का व्रत रखती हैं। छठ पूजा करने लोग खाली पैर छठ घाट पहुंचे थे।कमर तक पानी में खड़े रहकर सूर्य देव के निकलने का इंतजार।कमर भर पानी में घंटों किया इंतजार और फिर की सुख, समृद्धि की मंगलकामनाछठ घाट में व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया और परिवार की सुख, शांति व समृद्धि की कामना की। व्रतियों ने उदयनमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पानी पीकर उपवास खोला। भक्ति और लोक आस्था का सूर्योपासना पर्व पर श्रद्धालु सूर्य के उदय होने का बेसब्री से इंतजार करते हुए कमर भर पानी में घंटों तक खड़े रहे। उगते सूरज को अर्घ्य देने व पूजन विधि देखने लोग छठ घाटों में तड़के से ही पहुंचने लगे थे। सूर्य के दर्शन देते ही व्रतियों ने उन्हें जल और दूध से अर्घ्य दिया, विधि विधान से उनकी पूजा-अर्चना कर छठ मइया व सूर्य देव से परिवार की सुख समृद्वि व शांति की कामना की। सुबह छठ घाटों में व्रतियों व उनके परिवार के सदस्यों को छठ पर्व की बधाई देने के लिए छठ घाट में कई समाज सेवी व राजनीतिक पार्टी से जुड़े नेता व पदाधिकारी भी पहुंचे और बधाई दी।घाट के हर कोने में नजर आई श्रद्धालुओं की भीड़इस दौरान तोरवा स्थित छठ घाट के हर कोने में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही थी। जहां उत्साह के साथ महापर्व मनाया गया। इसके साथ ही शहर के सिरगिट्टी में भी तालाब में बने छठ घाट में व्रतियों की भीड़ उगते सूर्य को अर्घ्य देने पहुंची। छठ घाट में व्रती सूप पर फल, ठेकुआ व पूजन की अन्य सामग्री सजाकर पहुंचे, जिन्हें छठी मइया को अर्पित किया गया।खरना का प्रसाद लेकर किया कठिन व्रतइससे पहले छठ पर्व पर शनिवार को व्रतियों ने मिट्टी के चूल्हे में खरना का प्रसाद बनाकर ग्रहण किया। इसके साथ ही 36 घंटे का कठिन व्रत शुरू की। रविवार की शाम छठ घाट में सामूहिक रूप से डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना की। इसके बाद सोमवार की सुबह के पहर में उगते सूर्य की आराधना के साथ पर्व का समापन हुआ।