2023 के विस चुनाव में 50 फीसदी टिकट 50 से कम उम्र वालों को मिलेगी, 50 से ज्यादा उम्र के नेताओं की बढ़ी टेंशन
रायपुर: प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने स्पष्ट किया है कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 50 फीसदी टिकट 50 साल से कम उम्र के नेताओं को दिया जाएगा।कांग्रेस ने विधानसभावार दौरों के साथ टिकट वितरण का फार्मूला भी तय कर लिया है। उदयपुर में हुए राष्ट्रीय चिंतन शिविर में लिए गए फैसलों को इस चुनाव में लागू करने की तैयारी है। इसी काे देखते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने स्पष्ट किया है कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 50 फीसदी टिकट 50 साल से कम उम्र के नेताओं को दिया जाएगा और 50 प्रतिशत टिकट 50 की उम्र पार चुके अनुभवी नेताओं को दी जाएगी।पुनिया के इस बयान के बाद पार्टी के युवा कार्यकर्ता खुश हैं लेकिन 50 की उम्र पार कर चुके विधायक और नेता चिंताओं की चिंता बढ़ गई है। पुनिया ने बस्तर दौरे के दौरान जगदलपुर और दंतेवाड़ा विधानसभा के कार्यकर्ताओं से बात भी की और उनका फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग लोगों से बातचीत कर पार्टी और विधायकों की की जमीनी हकीकत का पता भी लगाया।विधायकों-सांसदों के बारे में कार्यकर्ताओं की बातों का संज्ञान लेंगेपुनिया ने कहा कि बस्तर दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं से बातचीत कर फीडबैक लिया है। सार्वजनिक मीटिंग के अलावा अलग से भी लोगों से बातचीत हुई है। इस दौरान विधायकों और सांसदों के बारे में कई सारे बातें सामने आई हैं उन सबको संज्ञान लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की उपलब्धियों, नीतियों और कार्यक्रमों से पूरे प्रदेश में अच्छा माहौल है। कार्यकर्ताओं में पूरा उत्साह है।सभी विधानसभाओं का दौरा करेंगेबस्तर संभाग के दौरे से लौटने के बाद पुनिया ने कहा कि पहले बिलासपुर और रायगढ़ के कुछ विधानसभाओं का दौरा कर चुके हैं। अभी बस्तर संभाग के कुछ विधानसभाओं के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की है। आने वाले दिनों में धीरे-धीरे सभी 90 विधानसभाओं का दौरा करेंगे। ताकि पार्टी की कमजोरी और मजबूती का पता लगाया जा सके। जहां-जहां पर कमी होगी उसे सुधारने की नसीहत भी दी जाएगी। ताकि समय से पहले उन्हें ठीक किया जा सके।एंटी इनकंबेंसी पर पांच-छह माह बाद चर्चापुनिया ने कहा कि अभी से एंटी इनकंबेंसी के बारे में चर्चा करना जल्दबाजी होगी। इस पर पांच-छह महीने बाद चर्चा करना ज्यादा उचित होगा तब तक और सूचनाएं एकत्रित हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि निगम-मंडल आयोग की नियुक्तियां निरंतर प्रक्रिया है।