अनुराग जैन होंगे मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव!
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के सेवाकाल के अब मात्र एक महीना बचा है, लेकिन उनके उत्तराधिकारी का फैसला अभी तक नहीं हुआ। संभवत: 20 नवंबर के बाद ही नए मुख्य सचिव के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फैसला लेंगे। हालांकि प्रशासनिक हलकों में इस बात की चर्चा है कि अनुराज जैन प्रदेश के नए प्रशासनिक मुखिया होंगे। दो दिन पहले जैन के मुख्यमंत्री से पौन घंटे की मुलाकात के बाद कयासबाजी और तेज हो गई है कि अनुराग जैन मप्र के मुख्य सचिव हो सकते हैं। अनुराग जैन वर्तमान में सचिव प्रमोशन आफ इंडस्ट्री एंड इंटरनेल ट्रेड के पद पर भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं।
अनुराग जैन की मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनके नाम की चर्चा जोरों पर..
वित्त विभाग में अच्छी पकड़शिवराज सरकार की पसंद अनुराग जैन इसलिए हो सकते हैं, क्योंकि वे दो बार वित्त विभाग में रहकर मुख्यमंत्री के साथ काम भी कर चुके हैं। कमलनाथ सरकार ने भी अनुराग जैन को वित्त विभाग की जिम्मेदारी दी थी। वे पहले भी केंद्रीय वित्त मंत्रालय व प्रधानमंत्री कार्यालय में पदस्थ रहे हैं।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार एक साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नए मुख्य सचिव का फैसला होगा। यह पूरी तरह से मुख्यमंत्री पर है कि वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को सेवावृद्धि दिलाएंगे या किसी नए अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपेगे। यदि इकबाल सिंह को सेवावृद्धि मिलती है तो गुजरात के मुख्य सचिव की तरह सीधे एक साल के लिए मिलेगी, ताकि वे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव तक पद पर बने रहे। छह माह की सेवावृद्धि मिलने पर जून 2023 में फिर नया मुख्य सचिव बनाना पड़ेगा, उस समय चुनाव के मात्र पांच माह बचेंगे। ऐसे में फिर नए मुख्य सचिव के लिए चुनौतियां अधिक होगी। इस कारण इकबाल सिंह बैंस को यदि एक साल की सेवावृद्धि नहीं मिलती तो एक दिसम्बर को प्रशासन के नए मुखिया की ताजपोशी हो जाएगी, जिसकी संभावनाएं ज्यादा नजर आ रही हैं।
बैंस की सेवानिवृत्ति के बाद वरिष्ठता में पहले नंबर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा की 1988 बैच की अधिकारी वीरा राणा है। श्रीमती राणा वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष है, लेकिन वे मुख्यमंत्री की पसंदीदा अधिकारियों में नहीं है। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अनुराग जैन व अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान में किसी एक को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी मिल सकती है। अनुराग जैन मुख्यमंत्री के पसंदीदा अफसर तो हैं ही, उनके सचिव भी रह चुके हैं। इसलिए उनके मुख्य सचिव बनने के आसार ज्यादा हैं। इनके अलावा 1989 बैच के अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार, अपर मुख्य सचिव पशुपालन जेएन कंसोटिया और 1990 बैच अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा तथा अपर मुख्य सचिव जलसंसाधन व नर्मदा घाटी विकास एसएन मिश्रा के नाम की भी चर्चा है। केन्द्र की प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ आशीष उपाध्याय का नाम भी दावेदारों में शामिल हैं।
अशोक बर्णवाल अपर मुख्य सचिव बनेअपर मुख्य सचिव वित्त मनोज गोविल प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए कार्यमुक्त हो गए हैं। गोविल भारत सरकार में सचिव के पद पर पदस्थ हुए हैं। गोविल के प्रतिनियुक्ति पर जाने पर प्रमुख सचिव वन अशोक बर्णवाल अपर मुख्य सचिव के वेतनमान में पदोन्नत हो गए हैं। उन्हें अपर मुख्य सचिव कृषि बनाया गया है।