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ईसा मसीह की प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए लालच दिया गया, गरीब लोगों को राशन देकर चर्च ले जाया गया

मेरठ: पीड़ित लोग जो एएसएसपी से शिकायत करने पहुंचे। यह फोटो पुलिस ऑफिस के बाहर का है। मेरठ में 400 लोगों के धर्म परिवर्तन का मामला गहराता जा रहा है। इस मामले में भाजपा नेता दीपक शर्मा कुछ पीड़ित लोगों को एसएसपी के पास लेकर पहुंचे। जिसके बाद केस दर्ज हुआ। 3 महिला समेत आठ आरोपी जेल चले गये। वहीं 30 अक्टूबर को भाजपा के फायर ब्रांड नेता और पूर्व विधायक संगीत सोम न एक बयान दिया कि 400 नहीं कुछ लोगों का धर्म परिवर्तन हुआ। मेरी अधिकारियों से बात हुई है।यह मेरठ के मंगतपुरम में धर्म सभा की फोटो है। जिसमें बच्चे, महिलाएं भी शामिल हैं।यह मामला इंटरनेशनल यानी बाहर से जुड़ा है। जो भी दोषी हैं उन पर कार्रवाई हो रही है, रासुका लगनी चाहिए और लगेगी भी। यह सपा की सरकार नहीं है जो धर्म परिवर्तन कराने वालों को संरक्षण देती है। भाजपा की सरकार है, ऐसी कार्रवाई होगी कि यूपी में कोई कभी धर्म परिवर्तन कराने की सोच भी नहीं सकता।पुलिस की अभी तक जांच में सामने आया है कि यह धर्म परिवर्तन के प्रयास का मामला है। धर्म परिवर्तन नहीं हुआ। सिर्फ कुछ लोगों के द्वारा लालच देकर उन्हें प्रार्थना सभा में शामिल कराया गया। पर पढ़िये अब तक की पूरी इंवेस्टीगेशन रिर्पोट…जानिए एफआईआर में क्या दर्ज कराया गयाब्रहमपुरी थाने में 28 अक्टूबर को विक्रांत निवासी झुप्पी झोपड़ी, मंगतपुरम दिल्ली रोड द्वारा तहरीर देकर जो एफआईआर दर्ज कराई। यह शिकायत पत्र एसएसपी मेरठ के नाम दिया गया।उमसें आरोप लगाया गया कि पीड़ित सभी लोग मांगने वाले, ठेला चलाने वाले और मजदूरी करने वाले हैं। लॉकडाउन में हम सभी का झुग्गी झोपड़ियों से निकलना दुश्वार हो गया था।28 अक्टूबर को भाजपा नेता दीपक शर्मा पीड़ित लोगों को लेकर एसएसपी ऑफिस पर पहुंचे। जिसके बाद केस दर्ज हुआ।उसी समय कुछ लोग हमारे पास खाना, राशन लेकर आने लगे और कहा की ऊपरवाला एक है। ईसा मसीह की प्रार्थना करो, चर्च में हमारे साथ जाना शुरू करो। हमें चर्च में ले जाकर ईसा मसीह की प्रार्थना कराईं। आधार कार्ड बदलवाए।दीपावली पर पूजा को लेकर शुरू हुआ विवादअसली विवाद दीपावली पर पूजा को लेकर शुरू हुआ। भाजपा नेता दीपक शर्मा इन झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को लेकर एसएसपी से मिले। जहां एसएसपी ने एफआईआर का आदेश दिया। एफआईआर में लिखा है कि छबीली उर्फ शिवा, बसंत तितली यह सभी दूसरे चर्च में ले जाने लगे। जिसके बाद यह कहने लगे कि तुम अपने भगवान की पूजा छोड़कर ईसा मसीह की प्रार्थना करो।जेल भेजे गये पांच आरोपी छबीली, बिनवा, अनिल, सरदार, बसंत और निक्कू।11 आरोपी जिन पर एफआईआर हुई, उनकी भूमिका1. छबीली उर्फ शिवा पिता का नाम ललवा, आरोप है कि यह गरीब लोगों को चर्च ले कर पहुंचे।2. छबीली का भाई बिनवा, आरोप है कि यह भी छबीली के साथ रहता है, जो चर्च भी लेकर गया।3. अनिल पुत्र सरदार जो दिल्ली निवासी पादी महेश पास्टर का शिष्य बताया गया है, लॉकडाउन में राशन बाटा और दिल्ली के पादरी से गरीब लोगों को मिलवाया।4. अनिल का पिता सरदार। सरदार पर आरोप है कि धर्म परिवर्तन के लिए कहा की ईसा मसीह की प्रार्थना करो। भगवान एक है।5. सरदार का दूसरा बेटा बसंत। यह अनिल का भाई बताया गया है। बसंत पर आरोप है की राशन बांटा और अपने भाई और पिता के साथ रहता था। जो कहता था की चर्च जाने से सब दुख दूर हो जायेंगे।6. निक्कू पुत्र सियाराम। निक्कू पर आरोप है कि वह दीपावली पर आया और मारपीट करते हुए कहा की अब तुम ईसाई बन गये हो।7. महिला प्रेमा जिसके पति का नाम ननकी है। आरोप है कि गरीब महिलाओं में वह आकर कहती थी तुम गरीब हो यदि ईसा मसीह को पूजोगी तो सब दुख दर्द दूर हो जायेंगे।8.तितली सरदार की पत्नी है। आरोप है कि वह अपनी पत्नी के साथ मंगतपुरम में आती थी और महिलाओं को राशन का लाभ देकर चर्च जाने के लिए कहती थी।9. रीना यह निक्कू की पत्नी है। जिस पर आरोप है कि चर्च लेकर गई और दीपावली पर हमारे देवताओं की तस्वीर फाड़ दीं।10. महेश पास्टर जो दिल्ली का पादरी बताया गया है, इसका नाम बाद में पुलिस की जांच में सामने आया। यह मुख्य आरोपी बताया जा रहा है।नोट: सभी नामजद आरोपियों का पता अज्ञात बताया गया है। यानी पीड़ितों को नहीं पता कि आरोपी कहां के रहने वाले हैं।जेल भेजी गईं तीनों महिला तितली, रीना और प्रेमा।इन धाराओं में दर्ज हुआ केसब्रहमपुरी थाने में जो केस दर्ज हुआ। उसमें उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 (3) की धारा लगाई गई है। दूसरी धारा उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021, 5(1) की धारा लगाई गई है। महेश पास्टर और अनिल की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 8 आरोपी जेल भेज गये हैं।अब पुलिस की जांच पढ़िएपूरे मामले में ब्रहमपुरी पुलिस के आलवा सीओ ब्रहमपुरी बृजेश सिंह, एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह भी जांच कर चुके हैं। एसपी सिटी का कहना है धम परिवर्तन का प्रयास है। उन्हें लालच दिया गया। दीपावली पर पूजा करने से रोका। पुलिस और इंटेलीजेंस कि जांच में आया है कि हर रविवार को आरोपी लोग ईसा मसीह की प्रार्थना कराते थे। 400 नहीं कुछ लोगों को अलग अलग समय में चर्च ले जाया गया। कोरोना में लॉक डाउन में उन्हें राशन, दिया गया। अन्य उनकी सहायता की गई।एसएसपी का का बयानएसएसपी रोहित सिंह सजवाणएसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा तहरीर दी गई। जिसमें कहा गया कि लॉकडाउन में प्रलोभन दिया गया। 9 नामजद आरोपी हैं। 8 लोग जेल भेजे जा चुके हैं। दो अन्य नाम सामने आये हैं। एक अनिल पास्टर और महेश पास्टर के नाम सामने आये हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कुछ लोग हर संडे को आते थे और प्रार्थना सभा कुछ लोग आयोजित करते थे।लेकिन कुछ लोगों ने यह बताया कि हमें पक्का मकान बनाने, नौकरी, अन्य जरूरत का लालच दिया गया। यह कहा जाता था कि संडे को प्रार्थना सभा में शामिल हों। इन लोगों ने यह भी बताया कि हम पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया, लेकिन धर्म परिवर्तन नहीं किया गया।