ब्रेकिंग
प्रभु जगन्नाथ जी को भोग लगाकर क्षेत्रीय विधायक इन्द्र साव ने माता कर्मा प्रसाद वितरण प्रारंभ किया विधायक इन्द्र साव की पहल पर नगर पालिका में दो करोड़ की विकास कार्य स्वीकृत नगरीय निकाय मंत्री अरूण साव का आभार व्यक्त किया नरेन्द्र मोदी व बीजेपी पार्टी आदिवासियों का रखता है विशेष ध्यान बरसात के सीजन मे हर कोई अपने माता पिता के नाम पर एक पेड अवश्य लगाये- विष्णु देव साय विधायक इंद्र साव ने भाटापारा आए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को सौंपा ज्ञापन किसानो की समस्याओं के निदान के लिए विधायक इंद्र साव मिले कृषि मंत्री राम विचार नेताम से जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा बलौदाबाजार नगर में घटित तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना में शामिल 03 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार भीम आर्मी छत्तीसग... बलौदा बाजार हिंसा :-NSUI विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा सहित 07 लोगो की हुई गिरफ्तारी जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा बलौदाबाजार नगर में घटित तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना में शामिल 07 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार गिरफ्तार एक आरोपी... सिमगा स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को जीवनदीप समिति की बैठक विधायक श्री इंद्र साव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस मिली बड़ी सफलता, संयुक्त कार्यालय परिसर स्थित ध्वजखंभ में सफेद ध्वजा लगाने वाला आरोपी गिरफ्तार आरोपी द्वारा संयुक्त कार्याल...

लाकडाउन में कई विभागों में अब तक वेतन के लाले

जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में अतिथि विद्वानों के वेतन भुगतान में भेदभाव एवं लापरवाही की जा रही है। एक और जहां अधिकांश विभागों में वेतन का भुगतान कर दिया गया है तो वहीं कुछ विभागों में एक माह बीतने के बाद भी वेतन जारी नहीं किया गया।

भौतिकी, कौशल विकास संस्थान, ग्रन्थालय विज्ञान ,भूगोल सहित अन्य प्रमुख विभागों के अतिथि शिक्षकों को वेतन भुगतान नहीं किए जाने को लेकर अतिथि विद्वानों में खासी नाराजगी व्याप्त है। बताया जाता है कोरोना कर्फ्यू के दौरान जहां विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों तथा दैनिक वेतन भोगी, मजदूरों आदि का वेतन बिना कार्य व उपस्थिति के सत्यापन के कर दिया गया वहीं अतिथि विद्वानों को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने व सत्यापन के लिए विभाग प्रभारियों के घर तक दौडऩा पड़ा

उसके बाद जाकर आधे विभागों का पिछले दिन भुगतान हुआ। जिन विभागों के अतिथि शिक्षकों ने नियमों का पालन करते हुए कोरोना कफ्र्यू का उल्लघंन नहीं किया उन्हें हठधर्मिता वश वेतन भुगतान से वंचित कर दिया गया। करेंगे शिकायत अतिथि विद्वान विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर नाराजगी दर्ज करते हुए कहा कि एक माह बाद भी कई विभागों में वेतन का भुगतान कुलपति के निर्देश के बाद भी नहीं हो सका है। वर्तमान महामारी के समय में जिन अतिथि शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं किया गया है, उसके लिए उत्तरदायी अधिकारी के विरुद्ध जांच करने एवं अपने कार्यों के निर्वहन में अनियमितता बरते पर शासन स्तर पर इस मामले को लेकर शिकायत की जा रही है कुछ मुख्यमंत्री तक शिकायत भेज रहे है।