अस्पताल में नहीं मिला इलाज, जांचें भी नहीं हुईं
ग्वालियर। जूडा अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर में हड़ताल पर हैं। ऐसे में जीआर मेडिकल कालेज के जयारोग्य अस्पताल में जूनियर डाक्टरों(जूडा) के हड़ताल पर जाते ही वरिष्ठ डाक्टर भी नदारद हो गए हैं। इस कारण ओपीडी से लेकर जांच केंद्रों तक पर ताले लगे हुए हैं। इधर अस्पताल प्रबंधन बेहतर उपचार का दंभ भर रहा है, जबकि दूरदराज से आने वाले गंभीर मरीजों को इलाज व जांच तो छोड़िए स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। वे बिना इलाज के लौट रहे हैं। शुक्रवार काे नईदुनिया टीम जब जेएएच में पहुंची तो वहां मौजूद मरीज व उनके अटेंडेंटों ने उन्हें अपनी पीड़ा बताई।
कहां क्या स्थिति मिलीः
मेडिसिन वार्डः दानाओली निवासी नारायण अपने 90 वर्षीय पिता को गोद में लेकर मेडिसिन वार्ड के कमरा नंबर 44 तक पहुंचे, यहां ताला लगा मिला। कुछ देर इंतजार के बाद वह लौट गए। नारायण का कहना था, वह दो दिन से पिता को ला रहे हैं, पर डाक्टर नहीं मिल रहे हैं। अस्पताल में स्ट्रेचर भी उपलब्ध नहीं हुआ। वहीं डबरा निवासी अशोक के पैर में परेशानी थी। वह सुबह नौ बजे मेडिसिन वार्ड के कमरा नंबर 44 पर पहुंचे। यहां ताला लगा देख डाक्टर के इंतजार में बैठ गए, लेकिन दोपहर डेढ़ बजे तक कोई डाक्टर नहीं आया। उनका कहना था पैर की परेशानी के चलते मैं हर दिन सफर नहीं कर सकता, बढ़ी मुश्किल से आया था
ईएनटी विभागः जौरा निवासी रामकिशोर कान की समस्या के चलते ईएनटी विभाग के कमरा नंबर 25 पर पहुंचे तो यहां कोई डाक्टर मौजूद नहीं मिला। उन्होंने बताया सुबह से लगातार नाक, कान, गला की शिकायत लेकर मरीज पहुंच रहे थे, जो बिना इलाज के वापस लौट गए। यहां विभागाध्यक्ष डा. वीपी नार्वे की ड्यूटी थी म्यूक्रोमाइक्रोसिस वार्ड में लगी हुई है, एसआर हड़ताल पर जा चुके हैं।
रेडियाेलॉजी विभागः माधव डिस्पेंसरी की ओपीडी में गायनिक डा. उर्मिला त्रिपाठी से परामर्श लेकर जब लक्ष्मीगंज के सौरव गोयल अपनी गर्भवती पत्नी क्रांति को लेकर अल्ट्रासाउंड कराने पहुंचे तो पूरा विभाग ही बंद मिला। गार्ड ने उन्हें बताया कि सुबह कुछ डाक्टर आए थे, जिन्होंने भर्ती मरीजों के अल्ट्रसाउंड किए। हड़ताल के चलते अब कोई डाक्टर उपलब्ध नहीं है।
इन विभागों में मरीजों को मिला इलाजः दंत रोग, सर्जरी, गायनिक विभाग की ओपीडी में शुक्रवार को डाक्टर बैठे। यहां पर पहुंचने वाले मरीजों को परामर्श मिला। एक मरीज की मायनर सर्जरी भी हुई।
वर्जन-
जूडा की हड़ताल के चलते सभी डाक्टराें की ड्यूटी वार्ड व इमरजेंसी में लगी हुई है। ऐसे में हो सकता है किसी ओपीडी में डाक्टर नहीं पहुंच सके हों। हालांकि व्यवस्थाएं बना दी गईं हैं। अब ओपीडी से वार्ड तक कहीं कोई समस्या नहीं रहेगी।
डा. आरकेएस धाकड़, जेएएच अधीक्षक