बिलासपुर में वृक्षों की रक्षक है स्पेशल 50, विरासत बचाने 24 घंटे युवा सजग
बिलासपुर। न्यायधानी में स्पेशल 50 युवाओं की टीम पर्यावरण की रक्षा के लिए 24 घंटे सजग है। पौधारोपण के साथ बड़े वृक्षों को बचाने निरंतर सेवा कर रहे हैं। शहर व आसपास के आठ तालाबों में स्वच्छता अभियान चलाकर जलीय जीव जंतुओं को नया जीवन दे चुके हैं। युवा बिग्रेड ने अब तक 5,423 पौधारोपण के साथ दो हरियर गार्डन, 17 किचन गार्डन का भी निर्माण किया है। प्रकृति के प्रति इनका प्रेम अद्भुत है।
प्रकृति में परिस्थितिक तंत्र की मजबूती व रक्षा के लिए टीम प्रतिदिन एक नई ऊर्जा के साथ कदम बढ़ाती है। शासकीय ई. राघवेंद्र राव विज्ञान महाविद्यालय में सूचना एवं तकनीकी विभाग के प्राध्यापक तरुणधर दीवान के मार्गदर्शन में पिछले दो वर्षों से काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि बड़े वृक्ष प्रकृति में हमारी विरासत हैं, जिनकी रक्षा नई पीढ़ी का पहला कर्तव्य है।
तालाबों की सफाई और बड़े वृक्षों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लोगों को जागरूक भी करते हैं। वृक्षों को गिरने से बचाने मिट्टी डालने के अलावा आसपास लोगों को पानी सिंचने की अपील भी करते हैं। युवा टीम के नाम प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ अभियान में 625 घरों में सीधे नियंत्रण और ई-संदेश के जरिए जागरूकता अभियान शामिल है
टीम के पांच संदेश
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- पौधारोपण के साथ बड़े वृक्षों को बचाने का संकल्प लें।
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- घर में प्लास्टिक का उपयोग बंद करने के लिए कदम उठाएं।
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- पारिस्थितिक तंत्र की मजबूती के लिए जागरूक बनें।
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- घर के आसपास स्वच्छता रखें। मेंढकों की रक्षा करें।
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- नदी, तालाब व पोखर में कचरा ना डालें।
जलीव जीव जंतुओं को बचाने की मुहिम
स्पेशल टीम में शहर व आसपास गांव के 50 युवा जुड़े हुए हैं। टीम का एक वाट्सएप गु्रप है, जिसमें संदेश मिलते ही सभी उस काम में पूरी लगन व निष्ठा के साथ जुट जाते हैं। बंधवापारा, जोरापारा सरकंडा, तालापारा, जरहाभाठा तालाब में जलीय जीव जंतुओं को बचाने के लिए मुहिम चलाकर 20 टन कचरा निकालकर उन्हें स्वच्छ बना चुके हैं।