रेलवे पुल से लेकर ट्रैक तक जीएम ने किया निरीक्षण
जबलपुर। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने से लेकर मेमू ट्रेनों को चलाने से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेने पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक शैलेंद्र कुमार सिंह ने जबलपुर से कटनी होते हुए बीना रेल खंड का निरीक्षण किया । इस दौरान उनके साथ पमरे के इंजीनियरिंग, आपरेटिंग, मैकेनिकल, कमर्शियल और निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जीएम ने निरीक्षण के दौरान इस रेलखंड पर स्थित स्टेशनों, रेल पुलों, रेल पथ, ओएचई एवं सिग्नल प्रणाली का देखा। मौके पर उन्हें वैसे ही सब कुछ बेहतर मिला, इसके बाद भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इसे बेहतर बनाने में किसी तरह की लापरवाही न करें। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा ही रेलवे की प्राथमिकता है।
कटनी से बीना के बीच तीसरी रेल लाइन का काम चल रहा है। कोरोना काल के दौरान यह काम धीमा हो गया। अभी भी कई क्षेत्रों में पेंच वर्क बाकी है, जो अभी पूरा होना है। निरीक्षण के दौरा जीएम ने निर्देश दिया कि यह काम भी जल्द से जल्द समय सीमा में पूरा हो। उन्होंने विभागाध्यक्षों से कहा कि मालगाड़ियों की गति बढ़ाने के लिए तीसरी रेल लाइन का काम पूरा होना जरूरी है। जीएम ने कटनी मुड़वारा स्टेशन के नजदीक बन रहे रोड ओवर ब्रिज का जायजा लेकर शेष कार्य को शीघ्र ही पूरा करने आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
माल गोदाम की बदली जगह: सागर स्टेशन के माल गोदाम को लिधौराखुर्द स्टेशन पर स्थान्तरित करने के जीएम ने निर्देश दिया। मण्डल रेल प्रबंधक भोपाल एवं अन्य अधिकारियों के साथ उन्होंने बीना में बन रहे मेमू शेड को भी देखा। अधिकारियों से चर्चा के दौरान निर्माण में शेष कार्यो को शीघ्र पूरा करने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए। दरअसल बीना मेमू शेड का निर्माण लगभग रुपये 139 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इस शेड के चालू होने के बाद पश्चिम मध्य रेल मेमू ट्रेन के आठ रेकों का रखरखाव बीना मेमू शेड में किया जा सकेगा।
यह भी देखा
— महादेवखेड़ी से लेकर मालखेड़ी के बीच तीव्र गति से रेल लाइन दोहरीकरण के कार्य का जायजा लिया।
— यहां के नवनिर्मित एक बड़े, सात छोटे पुलों एवं तीन रोड अंडर ब्रिज का भी निरीक्षण किया।
— बीना-गुना सेक्शन की दोहरीकरण का कार्य की कुल लंबाई 118.37 किमी है ।