छह लाख से अधिक लोगों के पास टीका लगने का प्रमाण ही नहीं
रायपुर। राजधानी समेत प्रदेशभर में टीकाकरण का यह हाल है कि छह लाख से अधिक लोगों के पास प्रमाण ही नहीं है। इसे लेकर भले स्वास्थ्य विभाग और छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (चिप्स) के अपने-अपने तर्क हैं। लेकिन दोनों ही व्यवस्थाएं जमीनी स्तर पर नजर ही नहीं आ रही।
मिली जानकारी के अनुसार 18 से 44 आयु वर्ग के 8.85 लाख से अधिक लोगों को टीका लगा है। वहीं, सीजी टीका पोर्टल के माध्यम से अब तक आठ लाख मैसेज भेजे गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि एक व्यक्ति के टीकाकरण की प्रक्रिया तीन मैसेज भेजे जाते हैं।
इसमें पहला पंजीयन के दौरान, दूसरा शेड्यूलिंग और तीसरा टीका लगने के बाद। यदि आठ लाख मैसेज को प्रत्येक हितग्राहियों के आधार पर मान लिया जाए तो 2.66 लाख से अधिक लोगों तक ही मैसेज गया है। लेकिन ऐसा नहीं है। किसी को पंजीयन तो किसी को शेड्यूलिंग और टीकाकरण के बाद का मैसेज ही नहीं गया।
इधर, स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि मैनुअल व्यवस्था के तहत प्रमाण पत्र लोगों को दिया जा रहा है। लेकिन ज्यादातर केंद्रों में प्रमाण पत्र देने की व्यवस्था ही नहीं है। ऐसे में लोगों के पास न टीकाकरण के प्रमाण के लिए न मैसेज आया और न ही प्रमाण पत्र मिला है।
एक नजर में
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- 1.30 करोड़ 18-44 आयु वर्ग के लोगों को लगाया जाना है टीका
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- 64 लाख लोगों ने टीकाकरण के लिए पंजीयन कराया है
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- 8.85 लाख से अधिक 18-44 आयु वर्ग को लगे टीके
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- 08 लाख कुल मैसेज भेजे गए टीका पोर्टल से
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- 3000 अधिक शिकायत सीएमएचओ में प्रमाण के लिए
3000 से अधिक शिकायत
टीकाकरण के बाद प्रमाण के लिए मैसेज न आने या प्रमाण पत्र नहीं मिलने की शिकायत को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में हेल्प डेस्क बनाया गया है। यहां पर अब तक 3000 से अधिक शिकायतें पहुंच चुकी है। वहीं, हर दिन 60 से 70 लोग समस्या लेकर पहुंच रहे, जो परेशानी का सबब बना हुआ है।
डाटा में घोटाला
इधर, जानकारी के मुताबिक मैनुअल टीकाकरण की स्थिति में टीका लगने के बाद इसकी जानकारी पोर्टल पर डालना है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस तरह की पूरी जानकारी अपडेट नहीं नहीं किया जा सका है। चिप्स से मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के पास मैनुअल टीकाकरण का पूरा डाटा नहीं उपलब्ध करा पाने की वजह से भी समस्याएं सामने आ रही है।
इन्होंने बताई समस्या
केस-1: मैंने बीटीआई ग्राउंड टीकाकरण केंद्र में 17 मई को टीका लगवाया। वहां किसी तरह का टीकाकरण प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। मैसेज से जानकारी देने की बात कही थी। वह भी नहीं आया है।
-श्रृति कश्यप, निवासी, न्यू शांतिनगर
केस-2: अम्लेश्वर टीकाकरण केंद्र में मैंने सप्ताहभर पहले टीका लगवाया है। पंजीयन से लेकर टीकाकरण तक एक भी मैसेज नहीं मिला। वहां से टीकाकरण प्रमाण पत्र भी नहीं दिया गया है। सीएमएचओ कार्यालय से भी मदद नहीं मिली।
-तृष्णा मिश्रा, निवासी, रायपुरा
राज्य में अब तक टीकाकरण की स्थिति
टीकाकरण – लक्ष्य – अब तक लगे टीके – टीकाकरण फीसद में
हेल्थ वर्कर्स पहला डोज – 3,39,732 – 3,06,925 – 90
हेल्थ वर्कर्स दूसरा डोज – 3,39,732 – 2,31,092 – 68
फ्रंट लाइन वर्कर्स पहला डोज – 2,93,020 – 2,93,020 – 100
फ्रंट लाइन वर्कर्स दूसरा डोज – 2,93,020 – 1,98,424 – 68
45 से अधिक आयु को पहला डोज – 58,66,599 – 45,34,471 – 77
45 से अधिक आयु को दूसरा डोज – 58,66,599 – 7,09,853 – 12
18 से 44 आयु वर्ग को पहला डोज – 1,30 करोड़ से अधिक – 8,85,736
राज्य टीकाकारण अधिकारी का पक्ष
‘सीजी टीका पोर्टल से टीका लगाने के बाद मैसेज नहीं आने की शिकायत तो आ रही है। जिन्हें मैसेज नहीं मिले हैं। वह जहां टीका लगाया गया या सीएमएचओ कार्यालय में जाकर टीकाकरण का प्रमाणपत्र प्राप्त करने की व्यवस्था की गई है। अभी तक 18 प्लस करीब 64 लाख लोगों ने टीका के लिए पंजीयन कराया है। केंद्र सरकार द्वारा टीका मिलने के बाद सीजी टीका पोर्टल को मर्ज करने को लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। यह शासन स्तर पर तय होना है
-डॉक्टर अमर सिंह ठाकुर, राज्य टीकाकारण अधिकारी
टीकाकरण केंद्र स्तर पर ही प्रमाण पत्र देना है
‘पहले समस्या आ रही थी, उसे सुधारा गया था। टीका लगने के बाद पिछले डेढ़ सप्ताह से मैसेज नहीं भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण केंद्र स्तर पर ही प्रमाण पत्र देना है।’
-समीर विश्नोई, सीईओ, छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी, छग शासन
स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में हेल्प डेस्क बना
‘जिनके पास टीका लगाने का मैसेज नहीं आया या प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है। शिकायत को देखते हुए हमने जिला स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में हेल्प डेस्क बनाया है। लोग वहां आकर टीका लगने का प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सैकड़ों लोगाें को यहां से प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया है।
-डॉक्टर मीरा बघेल, सीएमएचओ, जिला-रायपुर