केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से मिले उद्योगपति
जबलपुर। महाकोशल में औद्याेगिक विकास के लिए केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री से उद्योगपति मिलने पहुंचे। महाकोशल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्री के पदाधिकारी केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से मुलाकात करने पहुंचे
उनसे कहा गया भौगोलिक रूप से देश और प्रदेश के मध्य में स्थित यह अंचल रेल, सड़क, हवाई जैसी सुविधाओं से जुड़ा हुआ है। आसपास विश्व विख्यात पर्यटन स्थल मौजूद हैं। इससे महाकोशल पर्यटन का बड़ा हब बन सकता है। जबकि भरपूर मात्रा में हर्बल वनोपज एवं खनिज उपलब्ध है। इस पर आधारित उद्योग लगाकर अंचल का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है जबकि आवश्यक पानी की भी कोई कमी नहीं है।उद्योगपतियों ने स्टील यार्ड की स्थापना को लेकर प्रस्ताव दिया। जिस पर केंद्रीय मंत्री ने सहमति जताई।
केंद्रीय मंत्री ने शीघ्र ही ओद्योगिक संगठनों, मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय पर्यटन मंत्री के साथ संयुक्त बैठक कराने का आश्वासन दिया। वर्तमान समय में सीमावर्ती प्रदेशों से सर्वाधिक महंगी विद्युत इस समय मध्यप्रदेश में उद्योगों को प्राप्त हो रही है। जबकि एमपीआईडीसी सीधी विद्युत जनरेशन कंपनी से खरीदकर इंदौर के प्रीतमपुर सहित प्रदेश के अन्य ओद्योगिक क्षेत्रों को 3.50 से 4.50 रुपये प्रति यूनिट विद्युत प्रदान कर रही है। इसी प्रकार उनको प्राप्त विद्युत वितरण लायसेंस में मंडला जिले के मनेरी एवं जबलपुर जिले के उमरिया डुंगरिया ओद्योगिक विकास केंद्रों को शामिल करते हए इंदौर होशंगाबाद के तर्ज पर सस्ती विद्युत एमपीआईडीसी द्वारा उपलब्ध कराई जाए। चर्चा में चेम्बर अध्यक्ष रवि गुप्ता, उद्योगपति कैलाश गुप्ता, हेमराज अग्रवाल, शंकर नाग्देव, अखिल मिश्र, अनूप अग्रवाल सहित अनेक ओद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।