भाजपा सार्वजनिक माफी मांगें तो शिकायत वापस लेंगेः कांग्रेस
जगदलपुर। तीन दिन पहले भाजपा कार्यालय के बाहर मंहगाई के विरोध में कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन के दौरान दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की, गाली गलौज को लेकर उपजे विवाद का अंत होता नहीं दिख रहा है। दोनों दलों की ओर से पुलिस में एक दूसरे के नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। मंगलवार को भाजपा नेताओं ने पार्टी कार्यालय में पत्रवार्ता लेकर कांग्रेसियों को पूरे घटनाक्रम के लिए दोषी ठहराते खुद के निर्दोष होने का दावा किया था।
बुधवार को कांग्रेस भवन में शहर जिला कांग्रेस के नेताओं ने पत्रवार्ता लेकर भाजपा पर आरोपों की झड़ी लगाई। साथ ही यह प्रस्ताव भी दिया कि यदि भाजपा सार्वजिनक रूप से घटना के लिए कांग्रेस से माफी मांग ले तो कांग्रेस की ओर से पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत वापस ले ली जाएगी। इसके लिए कांग्रेस की ओर से 24 घंटे का समय दिया गया है। माफी नहीं मांगने पर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि घटना से जुड़े कई साक्ष्य उनके पास है। जिसके आधार पर पुलिस में कई और शिकायतें दर्ज कराई जाएंगी।
पत्रवार्ता में संसदीय सचिव रेखचंद जैन, शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव शर्मा सहित युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस सहित अन्य अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि मंहगाई के विरोध में युवक कांग्रेस ने कोर्ट तिराहा में धरना प्रदर्शन आयोजित किया था। धरना प्रदर्शन खत्म करके कांग्रेसी जब वापस लौट रहे थे तो भाजपा कार्यालय में मौजूद उनके नेता अभद्र टिप्पणियां करते हुए कांग्रेसियों को जानबूझकर उकसाने में लगे थे। भाजपाइयों ने विवाद की शुरूआत की और मामले को राजनीतिक रंग दे दिया।
बस्तर में आज तक का राजनीतिक इतिहास सद्भाव का रहा है। भाजपा खुद को अनुशासित और राष्ट्रवादी कहते थकती नहीं है जबकि सद्भाव बिगाड़ने का उनका पुराना इतिहास रहा है। कांग्रेस ने बस्तर में राजनीतिक सद्भाव का ध्यान रखते हुए प्रशासन की मध्यस्थता में भाजपा से चर्चा करने का मन बना लिया था लेकिन भाजपाइयों का इरादा कुछ और था। भाजपा जिला अध्यक्ष द्वारा सबसे पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। इसके बाद हमारे पास पर्याप्त साक्ष्य थे इसलिए हमें भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराना पड़ा। अभी भी कांग्रेस एक मौका भाजपा को दे रही है, यदि 24 घंटे के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांग ले तो मामले का पटाक्षेप किया जा सकता है।
नगरनार, खूटपदर को याद करे भाजपा फिर बात करे
राजीव शर्मा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा के 15 साल सत्ता में रहते कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल के नेताओं को किस तरह से प्रताड़ित किया गया यह बस्तर की जनता देख चुकी है। अनुशासन का ढोंग करने वाली भाजपा के समय 21 जनवरी 2015 को केंद्रीय मंत्री को नगरनार में ज्ञापन देने पहुंचे कांग्रेसियों के खिलाफ भाजपाइयों ने झूठी शिकायत दर्ज कराई थी। इसी तरह खूटपदर कांड में कांग्रेसियों को फंसाया गया था
शर्मा ने कहा कि संसदीय सचिव रेखचंद जैन को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए उनकी गिट्टी जिसे वह पहले ही विक्रय कर चुके थे। वहां बारूद रखकर फंसाने की कोशिश की गई। हाल ही में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के दफ्तर में प्रवेश करके भाजपाइयों ने आदिवासी अधिकारी के साथ अभ्रद व्यवहार किया था। ऐसे अनेक उदाहरण हैं जहां भाजपाइयों ने सत्ता में रहते खूब जुल्म ढाए हैं। इन मामलों की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराने पर भी प्रताड़ित लोगों को न्याय नहीं मिला। इतना सब करने के बाद भी भाजपाई अपने आप को पाक साफ होने की दुहाई देते घूम रहे हैं।
पत्रवार्ता में महापौर साफीरा साहू, निगम सभापित कविता साहू, प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे, युकां के प्रदेश महासचिव आलोक दुबे, जिला अध्यक्ष जीशान कुरैशी, महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष कमल झज्ज आदि भी मौजूद थे।