अस्पतालों का कायाकल्प करने के लिए हर जिले में तैनात होंगे गुणवत्ता सलाहकार, भर्ती प्रक्रिया शुरू
भोपाल। जिला अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक की गुणवत्ता सुधारने के लिए सभी जिलों में गुणवत्ता सलाहकार नियुक्त होंगे। वह अस्पतालों में सफाई, सुरक्षा, संक्रमण रोकथाम, मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने के लिए काम करेंगे। इसका फायदा यह भी होगा कि डॉक्टरों को प्रबंधकीय कार्यों से कुछ राहत मिल जाएगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर संचालक डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि अस्पतालों का कायाकल्प, नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड और लक्ष्य के तहत मूल्यांकन किया जाता है। इन तीनों का मकसद अस्पतालों में सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर करना है। मातृ स्वास्थ्य और शिशु स्वास्थ्य के लिए व्यवस्थाएं बेहतर करने के लिए दो साल से लक्ष्य पुरस्कार के लिए अस्पतालों का मूल्यांकन किया जा रहा है
इसमें यह देखा जाता है प्रसूति कक्ष, प्रसूति ओटी, प्रसूताओं को भर्ती किए जाने वाले वार्ड की गुणवत्ता का परीक्षण किया जाता है। इन पदों पर भर्ती के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरफ से रविवार को विज्ञापन जारी कर दिया गया है। करीब तीन साल पहले भी इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया था
निरामयम केंद्रों की निगरानी के लिए भी हर जिले में सलाहकार नियुक्त होंगे प्रदेशभर में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (निरामयम केंद्रों) की निगरानी के लिए भी हर जिले में एक सलाहकार की नियुक्ति की जा रही है। इनका काम यह देखना होगा कि कौन से केंद्र में कितने मरीज देखे जा रहे हैं, केंद्र में सफाई व्यवस्था ठीक है या नहीं, मरीजों को समय पर दवाएं उपलब्ध हो पा रही हैं या नहीं।