ब्रेकिंग
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने 21 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को दी स्वीकृति न्यू विस्टा लिमिटेड रिसदा ने धूमधाम से मनाया 77 वा स्वतंत्रता दिवस समारोह शिवरतन शर्मा ने बघेल सरकार पर साधा निशाना, कहा- किसानों पर थोपी जा रही अमानक वर्मी खादभारतीय जनता पार्टी ने भाटापारा विधानसभा सहित प्रदेश में व्याप्त ... भाटापारा पंचशील नगर में जिला बलौदाबाजार भाटापारा कि साइबर टीम, थाना भाटापारा शहर एवम् आबकारी विभाग बलोदाबजार की संयुक्त कार्यवाही लगभग 100 नग देशी मशा... भाटापारा विधानसभा के वरिष्ठ कांग्रेसी लीडर राधेश्याम शर्मा (फग्गा) ने विधानसभा चुनाव के लिए की दावेदारी पेश नगर में अपनी मिलनसारिता, स्नेह व धार्मिक, ... किसानो के हित में समर्पित सुशील शर्मा भूपेश सरकार की योजनाओ को धरातल पर क्रियान्वयन कराने में अग्रणी भूमिका निभा रहे किसानो के हितार्थ काम कृषि ऊपज मंडी कर रही है-गिरीश देवाँगन प्रदेश में सर्वे कराना भूपेश सरकार का क्रांतिकारी कदम-सुशील शर्मा छत्तीसगढ को देश का शिखर बनाना है – ओम माथुर भाजपा की जंगी आम सभा भेंट मुलाकात कार्यक्रम में जिला या निगम की बड़ी घोषणा की उम्मीद ध्वस्त,जनमानस में निराशा

शिप्रा में धमाकों की जांच शुरू, विशेषज्ञों ने पानी और मिट्टी के नमूने लिए, जानें उन्‍होंने क्‍या कहा

उज्जैन। शिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट क्षेत्र में कुछ दिनों से धमाकों के बाद इलाके में दहशत है। इन धमाकों की वजह की पड़ताल के लिए टीम सोमवार को पहुंची। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआइ) भोपाल के दल में शामिल अधिकारियों ने मिट्टी और पानी के नमूने लिए हैं। रिपोर्ट दो से तीन दिन में आएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि इसके कारण क्या हैं। विशेषज्ञों के अनुसार प्रथम दृष्टया घटना संदिग्ध लगती है।

डरने की जरूरत नही

फिलहाल डरने या घबराने जैसी कोई बात नहीं है। घटना की जांच के लिए तेल एवं प्राकृतिक गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) का दल भी उज्जैन आएगा। गांव के लोगों का कहना है कि धमाके की घटनाएं 10-12 दिनों से हो रही हैं। धमाके की आवाज के साथ ही आग नजर आती है। यही नहीं नदी का पानी भी उछलता हुआ दिखता है।

पहली बार 28 फरवरी को हुई थी घटना

बताया जाता है कि नदी के त्रिवेणी घाट क्षेत्र में पहली बार 28 फरवरी को धमाके हुए थे। इसके बाद दो-तीन बार फिर ऐसा हुआ था। ग्रामीणों की सूचना के बाद एक कर्मचारी को निगरानी के लिए तैनात किया गया था। बीते शुक्रवार को फिर धमाके हुए तो कर्मचारी ने इसका वीडियो बना लिया और अधिकारियों को दिखाया। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ सेकंड के लिए धमाके की आवाज सुनाई देती है और आग दिखती है। पानी भी उछलता हुआ दिखा।

जैसा वीडियो में वैसा मौके पर कुछ नहीं

हालांकि शनिवार और रविवार को ऐसा नहीं हुआ। जीएसआइ के दल में शामिल वरिष्‍ठ वैज्ञानिक अरुण कुमार ने बताया कि धमाके एक ही क्षेत्र में हुए हैं। धमाके का जो वीडियो सामने आया है उस आधार पर कुछ भी कहना मुश्किल है। वीडियो में जो कुछ दिख रहा था… वैसा यहां मौके पर कुछ भी देखने को नहीं मिला है। हमने नमूने लिए हैं जिनकी जांच भोपाल लैब में होगी।