मुख्यमंत्री का अब संगठन के नेताओं से सीधा संवाद, कार्यकर्ताओं की नाराजगी को करेंगे दूर
रायपुर। सत्ता-संगठन में तालमेल और संगठन के लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद संगठन के ब्लाक से लेकर जिला स्तर तक के पदाधिकारियों से सिलसिलेवार सीधा संवाद कर रहे हैं। इसमें मुख्यमंत्री सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की भी जानकारी ले रहे हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को ढाई साल पूरे हो चुके हैं। लेकिन अभी तक निगम, मंडल, आयोग और प्राधिकरण के सभी पदों पर नियुक्तियां नहीं हो सकी है। संगठन में भी बहुत से पद भी खाली हैं। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। सत्ता और संगठन का तालमेल न गड़बड़ाए, इसलिए मुख्यमंत्री बघेल ने खुद ही कांग्रेस के ब्लाक और जिलाध्यक्षों से संवाद करने का फैसला लिया है
संवाद का यह सिलसिला शुरू हो चुका है। अब तक मुख्यमंत्री महासमुंद, रायपुर शहर, रायपुर ग्रामीण के जिलाध्यक्षों और ब्लाक अध्यक्षों के साथ संवाद कर चुके हैं। कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है बाकी बचे जिला और ब्लाक अध्यक्षों के साथ भी जल्द ही मुख्यमंत्री एक-एक करके संवाद करेंगे। इस संवाद के दौरान संगठन की गतिविधियों के साथ मुख्यमंत्री राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की भी जानकारी ले रहे हैं।
एक-एक योजना की रिपोर्ट और जनता तक पहुंचने का टास्क
कांग्रेस पदाधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जिन जिलाध्यक्षों और ब्लाक अध्यक्षों के साथ संवाद किया है, उन्हें राज्य सरकार की एक-एक योजना की रिपोर्ट और डाटा तैयार करके जनता तक पहुंचाने का टास्क दिया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा है सरकारी योजनाओं का लाभ जनता को मिले, यह जिम्मेदारी भी कांग्रेस संगठन के लोगों की है। मुख्यमंत्री ने जिला और ब्लाक अध्यक्षों को यह जिम्मेदारी भी दी है कि वे जनता तक पहुंचे और उन्हें यह बताएं कि सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे लिया जा सकता है।
कोरोना से मृत कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं से मिलेंगे
कांग्रेस पदाधिकारियों ने बताया कि संवाद के दौरान कुछ जिला और ब्लाक अध्यक्षों ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया है कि कोरोना से जिन कांग्रेस पदाधिकारियों के परिवार में मौत हुई है, उनके परिवार से मुख्यमंत्री या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम मुलाकात करें। इससे संगठन के दूसरे लोगों का मनोबल बढ़ेगा। इस सुझाव को अमल में लाने का मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है।