दहशत से पलायन करने को मजबूर कई हिन्दू परिवार, लगाए “मकान बिकाऊ है” के पोस्टर
फर्रुखाबाद: यूपी के फर्रुखाबाद में धर्म विशेष के लोगों से परेशान होकर 8 परिवार अपना घर बेचने के लिए मजबूर हैं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि दबंग आए दिन उनके साथ मारपीट करते हैं। शिकायत करने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। इससे दुखी होकर आठों परिवारों ने अपने घरों के आगे ‘मकान बिकाऊ है’ के बैनर लगा दिए हैं। उनका कहना है कि शिकायत के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। इससे वह मकान बेचकर दूसरी जगह रहेंगे।
ताजा मामला फर्रुखाबाद के थाना जहानगंज क्षेत्र के गांव पतौंजा का है। प्रधान अजय ने 8 अगस्त को इसकी शिकायत थाना पुलिस से की थी।गांव में मानसिंह यादव, रामसिंह यादव, फतेहचंद्र गुप्ता, अमर सिंह, करन सिंह, विष्णु दयाल दिवकार, संतोष गुप्ता व विदेश गुप्ता गांव में रह रहे दूसरे समुदाय के दबंगों से परेशान हैं। धर्म विशेष के लोगों से परेशान होकर आठों परिवारों ने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ हैं’ के बैनर लगा दिए हैं। गांव में 8 दिन पूर्व हुए 2 समुदायों के बीच में हुए बवाल को लेकर गांव में हिन्दू परिवारों में दहशत का माहौल है। इससे पूर्व भी इन दहशतगर्दो ने गांव के एक हिन्दू परिवार की बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाने की कोशिश की, जिसका मुकदमा न्यायालय में लंबित है। वह परिवार भी कई महीने पूर्व गांव से पलायन कर चुका है। इस गांव से करीब 1 दर्जन परिवार पलायन कर चुके हैं।
दहशतगर्दो के हौंसले इतने बुलन्द हैं कि किसी के भी घर मे घुस कर बहन बेटियों के साथ छेड़छाड़ करने लगते है। बहन बेटियों का गांव से निकलना मुश्किल हो जाता है और धमकाने लगते है कि गांव में हम लोगों का बाहुल्य ज्यादा है। तुम लोग कुछ नहीं कर पाओगे। इन लोगों की पहुंच इतनी है कि पुलिस भी इनका कुछ नहीं कर पाती है। गांव के सभी हिन्दू परिवारों का आरोप है ये लोग मुस्लिम धर्म गुरुओं के आदेश पर सभी पर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाब बनाते है।
जब इस मामले में सीओ शोएब आलम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 8 तारीख को तहरीर दी गई थी और मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। लेकिन कार्रवाई क्यों नहीं यह जांच का विषय है। विधायक नागेंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने बताया धर्म विशेष के लोग आए दिन महिलाओं को छेड़ते हैं और लोगों से लोगों से मारपीट करते हैं। जिससे 8 परिवार पलायन करने को मजबूर हैं। जिन्होंने अपने घर के आगे मकान बिकाऊ है कि बैनर लगा दिए थे। जिसके बाद उन्हें समझाकर वैनरो को उतरवा दिया गया है। देखने वाली बात यह है कि 8 दिन बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ना ही पीड़ितों की कोई मदद की गई जब मामला मीडिया में आया उसके बाद पुलिस मामले को दबाने में जुटी हुई है।