चाकू के हमले में दिवंगत एसआइ श्रीराम दुबे को गार्ड आफ आनर से दी अंतिम विदाई
नरसिंहपुर। भोपाल के एमपी नगर क्राइम ब्रांच परिसर में 7 अगस्त को एक इंजीनियरिंग छात्र द्वारा चाकू से किए गए हमले में दिवंगत एसआइ श्रीराम दुबे का शनिवार को उनके गृहग्राम बगदरी में अंतिम संस्कार किया गया। एसआइ दुबे की इलाज के दौरान मृत्यु होने पर उनका शव शुक्रवार की रात करीब साढ़े 9 बजे भोपाल से बगदरी गांव लाया गया था। शनिवार को पुलिस बल ने गार्ड आफ आनर के साथ दुबे को अंतिम विदाई दी। दुबे के पार्थिव शरीर को उनके पुत्र सत्यम दुबे ने मुखाग्नि दी। इस दौरान बगदरी, बीतली सहित आसपास के गांव से आए लोग भी मौजूद रहे।
होमगार्ड सैनिक से शुरू की थी नौकरी : दिवंगत एसआइ दुबे के बड़े भाई रामेश्वर दुबे ने बताया कि दुबे ने शासकीय सेवा की शुरूआत 25 वर्ष की उम्र में होमगार्ड सैनिक के रूप में की थी। इसके बाद वह आरक्षक, प्रधान आरक्षक होने के बाद फिर कार्यवाहक एसआइ बने। दुबे के दो बेटे और एक बेटी है, वह करीब 35 वर्षों से भोपाल में ही स्वजनों के साथ रहते थे। उन्होंने वहीं पर पढ़ाई करते हुए शासकीय सेवा में प्रवेश लिया था। परिवार में उनके दो भाई शंभूदयाल दुबे व बृजेश दुबे है। भोपाल से दुबे का पार्थिव शरीर विशेष वाहन से शुक्रवार की रात बरमान चौकी क्षेत्र के ग्राम बगदरी पहुंचा। जैसे ही गांव में श्रीराम दुबे के दिवंगत होने की खबर फैली तो पूरा गांव गमगीन रहा और शनिवार की सुबह जब दुबे की अंतिम यात्रा निकली तो बगदरी के साथ ही आसपास गांव से भी लोग पहुंचे। बरमान चौकी के बल सहित पुलिस लाइन से आए बल ने दिवंगत एसआइ को गार्ड आफ आनर के साथ सलामी देकर विदाई दी।
यह थी घटना: घटना में बताया जाता है कि ट्रैफिक में पदस्थ एसआइ श्रीराम दुबे बीती 7 अगस्त को भोपाल के क्राइम ब्रांच परिसर में ड्यूटी दे रहे थे इसी दौरान उन्होंने नो पार्किंग में खड़ी एक कार पर चालानी कार्रवाई की तो इससे खफा होकर इंजीनियरिंग छात्र हर्ष मीणा 27 वर्ष ने एसआइ के पेट में चाकू मार दिया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। घायल एसआइ का भोपाल में इलाज चला। लेकिन शुक्रवार की रात उनका निधन हो गया। मामले में अब भोपाल पुलिस आरोपित पर हत्या की धारा बढ़ाने कार्रवाई कर रही है।