गड्ढों ने बोझिल बनाया इंदौर से देवास का सफर
इंदौर। इंदौर-देवास सिक्स लेन का सफर गड्ढों और धूल के कारण बोझिल हो गया है। मांगलिया जंक्शन से देवास नगर निगम की सीमा तक 13 किलोमीटर सड़क के दोनों तरफ सैकड़ों गड्ढे हैं। कुछ गड्ढों को कच्चे मटेरियल से भरा गया है, जो उखड़ने लगा है, जबकि कई जगह बड़े गड्ढों को भरने की जहमत भी नहीं उठाई गई। यह स्थिति तब है जब इंदौर-देवास टोलवेज कंपनी राष्ट्रीय राजमार्ग के इस हिस्से से गुजरने वालों से तगड़ा टोल टैक्स वसूलती है।
पड़ताल में सबसे खराब स्थिति शिप्रा ब्रिज के आसपास दिखी। वहां पूरे समय धूल का गुबार उड़ता रहता है। गड्ढे भरने के लिए डाली गई मुरम सूखकर उड़ती रहती है, जिससे दोपहिया वाहन चालकों को बहुत तकलीफ होती है। धूल के कारण चार पहिया वाहन चालकों को भी गाड़ी की खिड़कियां बंद करनी पड़ती है। मांगलिया जंक्शन के आसपास भी बड़े-बड़े गड्ढे हैं। गौर करने लायक बात यह है कि बायपास टोल प्लाजा से गुजरने वाले चार पहिया वाहनों से 55 और मांगलिया से गुजरने वाले हर चार पहिया वाहन चालक से 15 रुपये टोल टैक्स वसूला जाता है। नकद टैक्स देने वालों को दोगुनी राशि भरनी पड़ती है। फिर भी लोगों को आरामदायक सफर नहीं मिलता। हर साल डामर से बने इंदौर-देवास सिक्स लेन रोड पर यह समस्या होती है, लेकिन इसका स्थायी इलाज नहीं किया जाता। न टोल वसूलने वाली कंपनी को लोगों की परवाह है, न नेशनल हाईवेेज अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) अफसरों को।
अंडरपास में भी गड्ढे, सर्विस रोड भी बेहाल
– आमतौर पर सड़कों पर गड्ढे होते हैं, लेकिन मांगलिया जंक्शन से देवास के बीच बने व्हीकुलर अंडरपास में भी कई गड्ढे हैं। यहां पहले बिछाई गई डामर की कोटिंग उखड़ रही है।
– पानी निकासी की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने से गड्ढे हुए हैं। जो नालियां बनाई गई हैं, उनमें भी गाद और कीचड़ है।
– इंदौर बायपास के शहरी हिस्से की सर्विस रोड का बड़ा हिस्सा तो नगर निगम ने नर्मदा लाइन बिछाकर बर्बाद कर दिया है, लेकिन देवास सिक्स लेन की सर्विस रोड के बड़े गड्ढे टोलवेज कंपनी की लापरवाही की कहानी बता रहे हैं।
चालकों को लगते हैं तेज दचके
कई जगह गड्ढों के कारण वाहन चालकों को तेज दचके लगते हैं। कुछ गड्ढे तो इतने बड़े हैं कि अचानक सामने आने से दोपहिया वाहन लड़खड़ा जाते हैं। अचानक ब्रेक लगाने के कारण पीछे आ रहे वाहनों के भिड़ने का खतरा भी बना रहता है। रोशनी नहीं होने से रात में तो गड्ढे दिखते नहीं, इसलिए समस्या ज्यादा होती है। शिप्रा से देवास नगर निगम की सीमा के बीच दोनों तरफ कई गड्ढे हैं। इंदौर के लिए यह रोड इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा होने के साथ भोपाल आने-जाने वाले भी इसी सड़क का उपयोग करते हैं।
लगातार भर रहे हैं गड्ढे, बारिश, बाद में करेंगे पक्का पेचवर्क
इंदौर-देवास टोलवेज कंपनी के टीम लीडर अजय पांडे ने बताया इंदौर-देवास रोड के गड्ढे लगातार भरे जा रहे हैं। जहां भी गड्ढा होता है, वहां बारिश में मुरम भरी जाती है। मानसून सीजन में पेचवर्क इसी तरह होता है। अभी डामर के प्लांट बंद हैं। मानसून के बाद प्लांट शुरू होंगे, तो सभी गड्ढों पर पक्का पेचवर्क किया जाएगा। कंपनी की पूरी कोशिश है सड़क पर गड्ढे न रहें। शिप्रा ब्रिज के आसपास ढलान के कारण बरसाती पानी जमा होता है, इसलिए गड्ढे ज्यादा होते हैं।