अफगान में छूटे अमेरिका के जैवलिन मिसाइल सिस्टम समेत अनेकों आधुनिक हथियार
काबुल। दो दशक तक अफगानिस्तान में रहने के बाद अमेरिकी सेना की आज पूर्ण वापसी हो गई। इसके साथ ही अमेरिका द्वारा छोड़े गए आधुनिक हथियारों का जखीरा अब तालिबान के कब्जे में आ गया है। इसे लेकर रिपब्लिकन सीनेटरों ने सवाल उठाया और कहा है कि वापसी के ऐलान से पहले अपनी संपत्ति को बचाना रक्षा विभाग की सबसे पहली प्राथमिकता थी। रूस के रक्षामंत्री सर्गेइ शोइगु ने दावा किया है कि अफगानिस्तान से वापसी में अमेरिकी सैनिकों ने अपने 100 से अधिक जैवलिन पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइल सिस्ट को काबुल में ही छोड़ दिया। अब शोइगु का मानना है कि यूक्रेन की सेना की तुलना में अधिक हथियारों से लैस आतंकी समूह है।
उन्होंने यूट्यूब चैनल सोलोवयोव लाइव (Solovyov Live) में कहा कि आतंकियों के पास हथियारों का जखीरा है जो अफगानिस्तान के लिए बड़ा जोखिम है। उन्होंने बताया, ‘अमेरिका से जैवलिन (Javelin) की सप्लाई यूक्रेन में की गई थी।’ आटोमैटिक इंफ्रारेड के जरिए काम करने वाला जैवलिन एक पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइल है जिसे फायर एंड फारगेट की नीति पर इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल अफगानिस्तान, ईरान, सीरिया और लिबिया में जंग दौरान किया जाता रहा है। शोइगु के अनुसार तालिबान के पास भारी मात्रा में हथियारों की मौजूदगी खतरा है। जैवलिन के अलावा आतंकी समूह के कब्जे में अब ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर , हरक्यूलिस प्लेन समेत अनेकों आधुनिक वाहन आ गए हैं। तालिबानी आतंकी समूह के कब्जे में हजारों बंदूकों, फायरआर्म भी हैं।
अफरातफरी के बीच काबुल से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा अफगानिस्तान में रह गए हमारे हथियार और उपकरणों की वापसी को लेकर मांग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अरबों डालर की लागत वाले इन उपकरणों और हथियारों को यदि वापस नहीं लौटाया जाता है तब अमेरिका द्वारा सैन्य बल का इस्तेमाल करना होगा।