प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार से प्रदेश में आया बिजली संकट : सज्जन वर्मा
इंदौर। कांग्रेस नेता और पूर्व मंंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने प्रदेश में छाए बिजली संकट के लिए शिवराज सरकार को जिम्मेदार करार दिया है। मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए सज्जन वर्मा ने कहा कि प्रदेश के गांवों में बिजली संकट से लोग परेशान हो रहे हैं। जल्द ही कटौती का दायरा शहरों तक भी फैल जाएगा। मुख्यमंत्री तमाम मंचों से सरप्लस बिजली होने का झूठा दावा कर रहे हैं। प्रदेश सरकार को जवाब देना चाहिए कि आखिर खजाने का पैसा कहां गया कि सरकार के पास अब कोयला खरीदने के लिए भी पैसा नहीं बचा है।
पूर्व मंंत्री वर्मा ने कहा कि 15 वर्षों में प्रदेश के खजाने को भ्रष्टाचार और शिवराज सरकार ने झूठे प्रचार में खर्च कर दिया। केंद्र से भी कोयला नहीं मिलेगा क्योंकि पहले से प्रदेश सरकार पर सैकड़ों करोड़ रुपये का बकाया है। डेढ़ साल पुरानी सरकार चार बार अलग-अलग एजेंसियों से कर्ज ले चुकी है। कर्ज का पैसा भी भ्रष्टाचार में जा रहा है। बीते दिनों 10 हजार करोड़ का सिंचाई विभाग का टैंडर निकाल दिया।
जब सरकार के पास पैसा नहीं है तो टैंडर जारी क्यों हो रहे हैं। बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी इस पर आपत्ति ले चुके हैं। वर्मा ने कहा कि सिर्फ भ्रष्टाचार और कमीशन बाजी के लिए सरकार टैंडर जारी कर रही है। स्कूल खोलने का निर्णय भी प्रदेश को खतरे में डालने वाला है। सरकार को विशेषज्ञों की सलाह लेकर ऐसे निर्णय लेना चाहिए। गौरतलब है कि प्रदेश में कई गांवों में बिजली कटौती की जा रही है।