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जेपी अस्पताल में एक हजार एलपीएम क्षमता का एक और ऑक्सीजन प्लांट तैयार

भोपाल। राजधानी के जेपी अस्पताल में एक हजार लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) क्षमता वाला एक और ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट तैयार हो गया है। हफ्ते भर के भीतर टेस्टिंग के बाद इसे भी शुरू कर दिया जाएगा। एक प्लांट यहां पर पहले ही तैयार हो चुका है। आइसीयू में भर्ती एक मरीज को औसतन 10 लीटर प्रति मिनट की रफ्तार से ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में एक हजार लीटर वाले प्लांट से हर दिन करीब 100 मरीजों को आक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि पहले से तैयार एक प्लांट की टेस्टिंग हो चुकी है। जरूरत पड़ने पर इससे आपूर्ति की जा सकेगी। इसके लिए गैस पाइप लाइन आइसीयू तक बिछाई जा चुकी है। यह दोनों प्लांट लगने का फायदा होगा कि गैर-कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए अस्पताल प्रबंधन को सिलिंडरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
पीएम केयर्स फंड से लगे हैं प्लांट
जेपी अस्पताल में दोनों ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर्स फंड से लगाए गए हैं। यहां पर पांच सौ एलपीएम का एक और प्लांट प्रदेश सरकार की तरफ से लगाया जाना है, लेकिन इसे लगाने को लेकर अभी कोई पहल नहीं हुई है। ये प्लांट वातावरण से आक्सीजन खींचकर इसे मेडिकल ऑक्सीजन में बदलते हैं। हांलाकि, तरल ऑक्सीजन के मुकाबले इसकी शुद्धता कम रहती है। तरल ऑक्सीजन 98 फीसद तक शुद्ध रहती है, जबकि वातावरण से ली गई ऑक्सीजन 92 फीसद ही शुद्ध रहती है। हालांकि, जेपी अस्पताल में कोरोना का अभी एक भी मरीज नहीं है। यहां पर गैर-कोरोना मरीजों के लिए 10 बिस्तर का आइसीयू है, लेकिन एक भी मरीज ऑक्सीजन पर नहीं है।